नाटो से टक्कर लेंगे पुतिन? पोलैंड का आरोप- देश में घुसे 19 रूसी ड्रोन मार गिराए; रूस ने दिया जवाब
यूक्रेन युद्ध के दौरान बुधवार को पोलैंड के आकाश में आए हमलावर ड्रोन को लड़ाकू विमानों ने मार गिराया। ड्रोन के मलबे से कुछ मकानों को नुकसान हुआ है। पोलैंड ने आरोप लगाया है कि ये ड्रोन रूस के थे और हमले के लिए आए थे जबकि रूसी रक्षा मंत्रालय ने इससे इनकार किया है। कहा है कि पोलैंड में ड्रोन यूक्रेन की ओर से गए थे।

रॉयटर, वॉरसा। यूक्रेन युद्ध के दौरान बुधवार को पोलैंड के आकाश में आए हमलावर ड्रोन को लड़ाकू विमानों ने मार गिराया। ड्रोन के मलबे से कुछ मकानों को नुकसान हुआ है।
ये ड्रोन रूस के थे और हमले के लिए आए थे- पोलैंड
पोलैंड ने आरोप लगाया है कि ये ड्रोन रूस के थे और हमले के लिए आए थे, जबकि रूसी रक्षा मंत्रालय ने इससे इनकार किया है। कहा है कि पोलैंड में ड्रोन यूक्रेन की ओर से गए थे।
वॉरसा में रूस के राजदूत ने कहा है कि पोलैंड के आरोप आधारहीन हैं। इस बीच उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के सदस्य देश पोलैंड ने अपनी वायु सीमा में आए रूसी ड्रोन के संबंध में अमेरिका सहित सहयोगी देशों से वार्ता शुरू कर दी है।
क्या कहता है नाटो समझौता
नाटो समझौते के अनुसार किसी एक सदस्य देश पर हमले को सभी सदस्य देशों पर हमला माना जाता है और उसके बाद सभी देश एकजुट होकर जवाब देते हैं। अमेरिका के नेतृत्व वाले इस सैन्य संगठन में इस समय करीब 30 लाख सैनिक हैं। नाटो के प्रवक्ता ने बताया है कि नाटो के विमानों को कार्रवाई के लिए पहली बार उड़ना पड़ा है।
नाटो इसे हमले की कार्रवाई नहीं मान रहा
प्रवक्ता ने बताया कि संगठन के प्रमुख मार्क रूट पोलैंड के नेताओं के साथ संपर्क में हैं। सूत्रों के अनुसार नाटो इसे हमले की कार्रवाई नहीं मान रहा है, वह इसे जान-बूझकर की गई घुसपैठ मान रहा है। इससे पहले भी कई बार यूक्रेन पर छोड़ी गई मिसाइलें और ड्रोन पोलैंड की सीमा में जा चुके हैं।
रूस के यूक्रेन पर हवाई हमले के दौरान बुधवार को पोलैंड के आकाश में भी 19 ड्रोन घुसे थे। पोलैंड के आकाश में आए इन ड्रोन से निपटने के लिए पोलैंड के एफ-16 और नीदरलैंड्स के एफ-35 लड़ाकू विमानों ने कार्रवाई की, जबकि कार्रवाई के दौरान इटली का अवाक्स सर्विलांस विमान और आकाश में ही ईंधन देने वाला विमान पूरे समय उड़ता रहा।
सभी ड्रोन को मार गिराया गया
पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने कहा है कि यह बड़े पैमाने पर उकसावे वाला कृत्य था। सभी ड्रोन को मार गिराया गया लेकिन इस कृत्य ने पोलैंड के लिए खतरा पैदा कर दिया है। संसद में टस्क ने कहा, द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद हम पहली बार युद्ध के सबसे ज्यादा करीब हैं।
अमेरिका ने रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाए
यूरोपीय नेताओं ने भी रूस को कड़े जवाब की वकालत की है। उनकी मांग है कि अमेरिका अब देर न करते हुए रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाए और यूक्रेन के खुले समर्थन का एलान करे। लेकिन अमेरिका ने पूरे प्रकरण पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है।
यूक्रेन पर रूस के ड्रोन-मिसाइलों से हमले
पोलैंड यूक्रेन का पड़ोसी और मददगार देश है। युद्ध के दौरान विस्थापित हजारों यूक्रेनी नागरिक पोलैंड में शरण लिए हुए हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बताया है कि मंगलवार-बुधवार रात रूस के 415 ड्रोन और 40 मिसाइलों ने यूक्रेनी ठिकानों पर हमला किया।
जेलेंस्की ने रूसी हमले से हुए नुकसान का ब्योरा नहीं दिया है। इसी दौरान रूस ने पोलैंड पर भी हमले की कोशिश की जिसे नाकाम कर दिया गया।
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