Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अफगानिस्तान में गिरफ्तार लोगों को दी जा रही है क्रूर यातनाएं, UN की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

    By AgencyEdited By: Ashisha Singh Rajput
    Updated: Wed, 20 Sep 2023 10:48 PM (IST)

    संयुक्त राष्ट्र (यूएन ) ने बुधवार को कहा कि अफगानिस्तान में हिरासत में लिए गए लोगों को तालिबानी अधिकारियों द्वारा क्रूर यातनाएं दी जा रही हैं। अमानवीय यातना और मानवाधिकार उल्लंघन के 1600 से अधिक मामलों की एक रिपोर्ट तैयार की गई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि आरोपितों से अपराध स्वीकारने के लिए छत से लटकाया जाता है।

    Hero Image
    रिपोर्ट में जनवरी 2022 से जुलाई 2023 के अंत तक के मामले दर्ज हैं।

    इस्लामाबाद, एपी। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने बुधवार को कहा कि अफगानिस्तान में हिरासत में लिए गए लोगों को तालिबानी अधिकारियों द्वारा क्रूर यातनाएं दी जा रही हैं। अमानवीय यातना और मानवाधिकार उल्लंघन के 1,600 से अधिक मामलों की एक रिपोर्ट तैयार की गई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि आरोपितों से अपराध स्वीकारने के लिए छत से लटकाया जाता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    259 मामलों में शारीरिक पीड़ा देने की कही गई बात

    बिजली के झटके सहित कई और अमावनीय यातनाएं दी जाती हैं। इसमें 11 प्रतिशत मामलों में महिलाओं को दी गई कठोर और क्रूर यातना भी शामिल है। 259 मामलों में शारीरिक पीड़ा और 207 मामलों में मानसिक पीड़ा देने की बात कही गई है। रिपोर्ट में जनवरी 2022 से जुलाई 2023 के अंत तक के मामले दर्ज हैं।

    यह भी पढ़ें- Women Reservation Bill: 'ये युग बदलने वाला विधेयक', शाह ने बिल को जल्दी लागू करने को लेकर कांग्रेस पर कसा तंज

    क्या कहा संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त ने ?

    यूएन सहायता मिशन ने कहा कि ऐसे 50 प्रतिशत मामलों में हिरासत में रखे गए लोगों पर क्रूर, अमानवीय और अपमानजनक व्यवहार की शिकायत दर्ज की गई है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर टर्क ने कहा कि तालिबान ने अगस्त 2021 में अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा करने के बाद उदार शासन का वादा किया था। लेकिन वह 1990 के दशक से पहले वाले तालिबान की तरह ही क्रूर और कठोर कदम उठा रहा है।

    यह भी पढ़ें- गीता मुखर्जी... जिन्होंने संसद में 27 साल पहले बोया था महिला आरक्षण का बीज; अब रंग ला रहा उनका दृढ़ विश्‍वास