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    1971 में नरसंहार के लिए बांग्लादेश से माफी मांगे पाक, नौ महीने तक चले युद्ध में मारे गए थे तीस लाख लोग

    By Bhupendra SinghEdited By:
    Updated: Thu, 01 Apr 2021 01:55 AM (IST)

    पाकिस्तान के एक पूर्व राजनयिक ने कहा है कि इस्लामाबाद को 1971 में अपनी सेना द्वारा किए गए नरसंहार के लिए बांग्लादेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। बांग्लादेश को पहले पूर्वी पाकिस्तान के रूप में जाना जाता था।

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    हक्कानी ने कहा कि शेख मुजीब को सेना ने बंदी बनाया और बंगालियों का किया नरसंहार।

    ढाका, प्रेट्र। पाकिस्तान के एक पूर्व राजनयिक ने कहा है कि इस्लामाबाद को 1971 में अपनी सेना द्वारा किए गए नरसंहार के लिए बांग्लादेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। बांग्लादेश को पहले पूर्वी पाकिस्तान के रूप में जाना जाता था।

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    नौ महीने तक चले युद्ध में तीस लाख लोग मारे गए थे

    1971 में बांग्लादेशी मुक्ति संघर्ष के बाद यह स्वतंत्र देश के रूप में अलग हुआ। इस मुक्ति संघर्ष को भारत का समर्थन हासिल था। नौ महीने तक चले युद्ध में आधिकारिक रूप से तीस लाख लोग मारे गए थे और हजारों महिलाओं के साथ दुष्कर्म हुआ था।

    हक्कानी ने कहा- शेख मुजीब को सेना ने बंदी बनाया, बंगालियों का किया नरसंहार

    डेली स्टार समाचारपत्र के मुताबिक, अमेरिका में 2008 से 2011 तक पाकिस्तान के राजदूत रहे हुसैन हक्कानी ने कहा है, 'शेख मुजीब (बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान) को सेना ने बंदी बना लिया और बंगालियों का नरसंहार किया गया। आज तक कोई माफी नहीं मांगी गई। माफी मांगना अत्यंत शिष्ट तरीका है।'

    पूर्व राजनयिक ने कहा- पाकिस्तान सरकार को बांग्लादेश से मांगनी चाहिए माफी

    समाचारपत्र के साथ सोमवार को 'बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान : स्वतंत्रता के लिए जन संघर्ष के एक प्रतिष्ठित नायक' शीर्षक वर्चुअल वार्ता में पूर्व राजनयिक ने कहा, 'पाकिस्तान की जनता अपनी सरकार से 1971 में पाकिस्तानी सेना द्वारा किए गए हर तरह के उत्पीड़न के लिए बांग्लादेश की जनता से औपचारिक तौर पर माफी मांगने का आग्रह करे।'