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    फलस्तीन राष्ट्र के गठन से ही पश्चिम एशिया में होगी स्थायी शांति, यूएन में भारतीय राजदूत ने की ट्रंप के कदम की प्रशंसा

    Updated: Fri, 24 Oct 2025 10:55 PM (IST)

    पश्चिम एशिया में शांति और स्थिरता के लिए गाजा शांति योजना शानदार कदम है। इसे द्विराष्ट्र योजना के साथ पूरा किया जाना चाहिए। फलस्तीन राष्ट्र के गठन से ही क्षेत्र में स्थायी शांति लाई जा सकती है। यह बात संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा आयोजित चर्चा में भारत के राजदूत पर्वतानेणि हरीश ने कही है। हरीश ने कहा, भारत शांत और स्थिर पश्चिम एशिया चाहता है।

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    फलस्तीन राष्ट्र के गठन से ही पश्चिम एशिया में होगी स्थायी शांति- यूएन में भारतीय राजदूत  (फोटो- वीडियो ग्रैब)

    पीटीआई, संयुक्त राष्ट्रपश्चिम एशिया में शांति और स्थिरता के लिए गाजा शांति योजना शानदार कदम है। इसे द्विराष्ट्र योजना के साथ पूरा किया जाना चाहिए। फलस्तीन राष्ट्र के गठन से ही क्षेत्र में स्थायी शांति लाई जा सकती है।

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    क्षेत्रीय शांति के लिए गाजा योजना शानदार कदम

    यह बात संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा आयोजित चर्चा में भारत के राजदूत पर्वतानेणि हरीश ने कही है। हरीश ने कहा, भारत शांत और स्थिर पश्चिम एशिया चाहता है। वहां के लोगों के जीवन में शोषण और अपमानजनक स्थितियां नहीं होनी चाहिए। वहां के लोग लड़ाइयों और युद्धों में नहीं मरने चाहिए। वहां की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए भारत सहयोग देने के लिए तैयार है।

    संरा में भारतीय राजदूत ने की ट्रंप के कदम की प्रशंसा

    भारतीय राजदूत ने कहा, भारत उम्मीद करता है कि शर्म अल-शेख के शांति सम्मेलन से शुरू हुई शांति की पहल पूरे क्षेत्र में स्थायी शांति लाएगी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अगुआई में हुए इस सम्मेलन में भारत ने भी शिरकत की थी।

    सम्मेलन के आयोजन में मिस्त्र और कतर ने प्रमुख भूमिका निभाई थी। भारतीय राजदूत ने कहा है कि अब समय है कि सभी संबद्ध पक्ष पश्चिम एशिया में शांति और स्थिरता के लिए मिलकर कार्य करें। ऐसा कोई कार्य न करें कि शांति प्रयास विफल हो जाएं। भारत इजरायल के साथ ही फलस्तीन की स्थापना, उसकी संप्रभुता और शांति का पक्षधर है।

    फलस्तीन राष्ट्र का गठन शांतिपूर्ण तरीकों और बातचीत के जरिये होना चाहिए जिसमें सभी पक्षों की सहभागिता हो। अमेरिका की अगुआई में इसके लिए प्रयास शुरू हो चुके हैं, इसे पूरी गंभीरता से आगे बढ़ाया जाना चाहिए।