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    किम जोंग ने दिखाई 'सुसाइ़ड ड्रोन' की ताकत, पढ़ें इसकी खासियत; क्या अमेरिका के लिए है खतरा?

    उत्तर कोरिया आमतौर पर मिसाइल लॉन्च करता रहता है। अब उसने सुसाइड ड्रोन से पर्दा उठा दिया है। सुसाइड ड्रोन की टेस्टिंग सफल रही। इस दौरान तानाशाह किम जोन उंग भी मौजूद रहा। किम ने अपने वैज्ञानिकों से और अधिक सुसाइड ड्रोन को बनाने को कहा है। ये ड्रोन जमीन हवा और समुद्र में दुश्मन के ठिकानों पर हमला करने की क्षमता रखते हैं।

    By Manish Negi Edited By: Manish Negi Updated: Mon, 26 Aug 2024 04:18 PM (IST)
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    उत्तर कोरिया ने सुसाइड ड्रोन का परीक्षण किया (फोटो- Yonhap)

    डिजिटल डेस्क, सियोल। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने आखिरकार 'सुसाइड ड्रोन' से पर्दा उठा दिया है। उत्तर कोरिया ने इसका सफल परीक्षण भी कर लिया है। दक्षिण कोरियाई मीडिया के मुताबिक, इसका परीक्षण 24 अगस्त को किया गया। किम जोंग ने खुद इसकी निगरानी की थी। किम ने इस दौरान अधिक 'सुसाइड ड्रोन' को बनाने को कहा है।

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    समाचार एजेंसी ने रक्षा विज्ञान अकादमी के ड्रोन संस्थान द्वारा आयोजित परीक्षण के बारे में कोरियाई सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) की एक रिपोर्ट का हवाला दिया। परीक्षण के दौरान, ड्रोन ने लक्ष्यों को नष्ट कर दिया। किम जोंग ने इस दौरान अपने वैज्ञानिकों को इन ड्रोन के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विकसित करने का आग्रह किया।

    एजेंसी Yonhap ने 'सुसाइ़ड ड्रोन' की तस्वीरें जारी की हैं। तस्वीरों में ड्रोन को टैंक जैसे दिखने वाले टारगेट पर हमला करते दिखाया गया है। उत्तर कोरिया ने पहली बार इस तरह के हथियारों से पर्दा उठाया है।

    क्या है खासियत?

    ये ड्रोन जमीन, हवा और समुद्र में दुश्मन के ठिकानों पर हमला करने की क्षमता रखते हैं। सूसाइड ड्रोन को लोएट्रिंग म्यूनिशन के नाम से भी जाना जाता है। यूक्रेन के युद्ध में इसका इस्तेमाल हो चुका है। सामान्य रूप से जहां ड्रोन किसी स्थान पर पहुंचकर वहां मिसाइल या अन्य पेलोड गिराकर हमला करता है, वहीं यह ड्रोन अपने टारगेट तक पहुंचने के बाद उससे टकराकर विस्फोट कर जाता है।

    चीन-रूस और उत्तर कोरिया में होगी जंग?

    हाल ही में न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक डॉक्टूमेंट पर साइन किए थे। इसमें अमेरिकी सेना को रूस, चीन और उत्तर कोरिया के साथ संभावित परमाणु युद्ध के लिए तैयार रहने का आदेश दिया गया था।