क्या निमिषा प्रिया की फांसी की सजा नहीं माफ होगी? मृतक अब्दो मेहदी के भाई के बयान से बढ़ा सस्पेंस
Nimisha Priya Case केरल की नर्स निमिषा प्रिया की फांसी की सजा को यमन में अगली तारीख तक टाल दिया गया है लेकिन मृतक अब्दो मेहदी के परिवार ने कहा है कि निमिषा प्रिया को कोई माफी नहीं मिलेगी और उसे फांसी की सजा होकर रहेगी। परिवार का आरोप है कि भारतीय मीडिया मामले को तोड़-मरोड़कर पेश कर रहा है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यमन में भारतीय नर्स निमिषा प्रिया की फांसी पर क्या होगा ये एक बड़ा सवाल है। केरल की निमिषा प्रिया के लिए मंगलवार को राहत भरी खबर आई। यमन में उसकी फांसी की सजा को अगली तारीख के लिए टाल दिया गया, लेकिन अब मृतक अब्दो मेहदी के परिवार की तरफ से बड़ा बयान आया है।
अब्दो मेहदी वही शख्स था, जिसकी हत्या के आरोप में निमिषा को दोषी करार दिया गया है। यमन की अदालत ने उसे फांसी की सजा सुनाई है।
'कोई माफी नहीं'
अब्दो मेहदी के भाई अब्देलफत्ताह मेहदी ने निमिषा की फांसी को लेकर बयान दिया है। उसने कहा है कि इस अपराध के लिए कोई माफी नहीं हो सकती है। अब्देलफत्ताह ने कहा कि निमिषा प्रिया को फांसी की सजा होकर रहेगी। भारत का मीडिया चीजों को तोड़-मरोड़कर पेश कर रहा है।
16 जुलाई थी फांसी की तारीख
गौरतलब है कि यमन में निमिषा प्रिया की मौत की सजा फिलहाल टाल दी गई है। यमन की सर्वोच्च अदालत ने उसे हत्या के जुर्म में यह सजा सुनाई है। निमिषा पिछले आठ सालों से यमन की जेल में बंद है। केंद्र सरकार की ओर से निमिषा को रिहा कराने की पूरी कोशिश की गई, लेकिन उसकी फांसी की सजा की तारीख 16 जुलाई तय की गई थी। निमिषा की फांसी की सजा टलने के बाद उसके परिवारवालों ने राहत की सांस ली थी।
कैसे हुई थी अब्दो मेहदी की मौत?
केरल निवासी निमिषा पढ़ाई के बाद यमन में नौकरी करने चली गई थी। वहां उसने यमनी नागरिक तलत अब्दो मेहदी के साथ क्लीनिक शुरू किया था। मेहदी निमिषा का आर्थिक व शारीरिक शोषण करता था। प्रिया के पासपोर्ट एवं अन्य दस्तावेज भी उसने अपने कब्जे में कर रखे थे।
बाद में प्रिया ने अपने पति व बच्चे को भारत भेज दिया था। यमन अदालत में दर्ज मामले के मुताबिक, अपना पासपोर्ट हासिल करने के लिए भारतीय नर्स ने मेहदी को बेहोशी का इंजेक्शन दिया था, लेकिन इसकी वजह से उसकी मौत हो गई थी।
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