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    नेपाल में गिरी प्रचंड सरकार, केपी शर्मा ओली हो सकते अगले प्रधानमंत्री; नेपाली कांग्रेस का मिला समर्थन

    Updated: Fri, 12 Jul 2024 09:41 PM (IST)

    Nepal News नेपाल की पुष्प कमल दहल प्रचंड सरकार को बड़ा झटका लगा है। सीपीएन-यूएमएल के समर्थन वापस लेने के बाद सरकार संसद में विश्वास मत हासिल नहीं कर सकी है। नेपाल में अगली सरकार सीपीएन-यूएमएल व नेपाली कांग्रेस गठबंधन की होगी। नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा ने प्रधानमंत्री पद के लिए केपी शर्मा ओली का समर्थन किया है।

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    Nepal News: पुष्प कमल दहल प्रंचड। (फाइल फोटो)

    पीटीआई, काठमांडू। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रंचड (Pushpa Kamal Dahal Prachanda) की सरकार गिर गई है। शुक्रवार को प्रचंड सरकार संसद में विश्वास मत हासिल नहीं कर सकी। दरअसल, नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी-एकीकृत मार्क्सवादी लेनिनवादी (सीपीएन-यूएमएल) ने प्रचंड सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है।

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    नेपाल में अब किसकी सरकार?

    केपी शर्मा ओली (KP Sharma Oli) नेपाल के अगले प्रधानमंत्री हो सकते हैं। ओली के नेतृत्व वाली सीपीएन-यूएमएल ने नेपाली कांग्रेस के साथ सरकार बनाने का एलान किया है। संसद में नेपाली कांग्रेस के पास सबसे अधिक 89 सीटें हैं। पिछले हफ्ते नेपाली कांग्रेस के साथ सत्ता-साझाकरण समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद ओली ने प्रचंड के नेतृत्व वाली सरकार से समर्थन वापस ले लिया था।

    प्रचंड के पक्ष में पड़े 63 वोट

    नेपाल की 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में 69 वर्षीय पुष्प कमल दहल प्रचंड को 63 वोट मिले। 194 वोट प्रस्ताव के खिलाफ पड़े। बता दें कि नेपाल में विश्वास मत जीतने के लिए कम से कम 138 वोटों की जरूरत होती है। प्रचंड ने 25 दिसंबर 2022 को प्रधानमंत्री पद संभाला था। इसके बाद उनकी सरकार चार वार विश्वास मतों का सामना कर चुकी है।

    देउबा ने ओली को दिया समर्थन

    नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा ने पहले ही ओली को अगले प्रधानमंत्री के रूप में समर्थन दे दिया है। नेपाली कांग्रेस के पास संसद में 89 सीटें हैं। वहीं सीपीएन-यूएमएल के पास 78 सीटें हैं। अगर दोनों दलों की सीटों को मिला दें तो यह आंकड़ा 167 तक पहुंचता है। हालांकि निचले सदन में बहुमत के लिए 138 सीटों की जरूरत होती है।

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