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    'भारत और चीन के साथ रखते हैं 'मैत्रीपूर्ण' संबंध', नेपाल के PM केपी शर्मा ओली ने पड़ोसी देशों को लेकर क्या-क्या कहा?

    नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली (KP Sharma Oli) ने सोमवार को एक पुस्तक विमोचन समारोह में हिस्सा लिया । चार बार प्रधानमंत्री रह चुके 72 वर्षीय ओली ने कहा कि अगर हम मामले पर ज्यादा विस्तार से चर्चा किए बिना अंतरराष्ट्रीय दायित्वों को निभाते हुए तथ्यों और सुबूतों के आधार पर उचित समाधान तलाशेंगे तो समस्याएं पैदा नहीं होंगी।

    By Agency Edited By: Nidhi Avinash Updated: Mon, 26 Aug 2024 10:00 PM (IST)
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    PM केपी शर्मा ओली ने दिया इस बात पर जोर (Image: ANI)

    काठमांडू, पीटीआई। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने सोमवार को कहा कि नेपाल ईमानदारी और तटस्थता का पालन करते हुए भारत और चीन दोनों के साथ संतुलित तरीके से मैत्रीपूर्ण संबंध बनाकर रखता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पड़ोसियों के बीच कभी-कभार होने वाली समस्याएं स्वाभाविक हैं और उन्हें संवाद के जरिये सुलझाया जा सकता है।

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    चार बार प्रधानमंत्री रह चुके ओली

    एक पुस्तक के विमोचन समारोह में ओली ने कहा, 'हम अपनी भूमि का इस्तेमाल अपने किसी भी पड़ोसी के विरुद्ध नहीं होने देंगे।' चार बार प्रधानमंत्री रह चुके 72 वर्षीय ओली ने कहा, 'अगर हम मामले पर ज्यादा विस्तार से चर्चा किए बिना अंतरराष्ट्रीय दायित्वों को निभाते हुए तथ्यों और सुबूतों के आधार पर उचित समाधान तलाशेंगे तो समस्याएं पैदा नहीं होंगी।'

    1950 की शांति और मैत्री संधि

    ओली ने आगे कहा, 'हम संयुक्त राष्ट्र के सिद्धांतों का पालन करते हैं और समस्याओं का तटस्थ और शांतिपूर्ण समाधान चाहते हैं।' उन्होंने कहा कि आंतरिक कमजोरियों को छिपाने के लिए हमेशा भू-राजनीति को दोष देना उचित नहीं है। उन्होंने भारत से नेपाल-इंडिया इमिनेंट पर्सन्स ग्रुप (ईपीजी रिपोर्ट) द्वारा तैयार रिपोर्ट को स्वीकार करने के लिए भी कहा, जिसमें अन्य बातों के अलावा 1950 की शांति और मैत्री संधि की समीक्षा से संबंधित मामला शामिल है।

    नेपाल के पीएम ने कहा कि इससे सीमा और अन्य मामलों को सुलझाने के लिए वार्ता में सुविधा होगी। प्रधानमंत्री के रूप में अपने पिछले कार्यकाल में चीन के साथ व्यापार और पारगमन संधि पर हस्ताक्षर को याद करते हुए उन्होंने कहा कि यह वास्तव में एक बड़ी उपलब्धि थी।

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