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    नेपाल में फिर क्यों भड़का Gen Z आंदोलन? हिंसक झड़प, विरोध प्रदर्शन और कर्फ्यू... क्या है वजह?

    Updated: Wed, 19 Nov 2025 04:52 PM (IST)

    नेपाल के बारा जिले में पूर्व पीएम ओली की पार्टी और जेन Z कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया। सिमारा हवाई अड्डे पर तनाव बढ़ गया जब सीपीएन-यूएमएल के नेता सरकार विरोधी रैली को संबोधित करने वाले थे। बुद्ध एयरलाइंस ने उड़ानें रद्द कर दीं। जेन Z भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया बैन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है।

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    नेपाल में जेन Z आंदोलन के बाद कर्फ्यू। फाइल फोटो

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत की सीमा से लगे नेपाल के बारा जिले में बुधवार को पूर्व पीएम केपी शर्मा ओली की पार्टी सीपीएन-यूएमएल कार्यकर्ताओं और Gen Z प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया। अधिकारीयों ने इस बात की जानकारी दी है।

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    बारा जिला प्रशासन कार्यालय ने बताया कि सिमारा हवाई अड्डे के 500 मीटर के दायरे में दोपहर 12:30 बजे से रात 8:00 बजे तक कर्फ्यू लगा रहेगा। ये कार्रवाई सैकड़ों जेनरेशन जेड युवाओं के खिलाफ की गई जो नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के खिलाफ नारे लगाते हुए इकट्ठा हुए थे।

    नेपाल में जेन Z आंदोलन के बाद कर्फ्यू

    पुलिस ने बताया कि झड़प उस समय हुई जब बुद्ध एयर का विमान सीपीएन-यूएमएल के महासचिव शंकर पोखरेल और पार्टी के युवा नेता महेश बसनेत को लेकर काठमांडू से सिमारा के लिए उड़ान भरने वाला था। यहां उन्हें सरकार विरोधी रैली को संबोधित करना था।

    सिमारा हवाई अड्डे पर हिंसक झड़पें

    जैसे ही नेताओं के सिमारा जाने की खबर फैली, जेनरेशन जेड प्रदर्शनकारी विरोध करने के लिए हवाई अड्डे पर जमा हो गए। इससे उनकी स्थानीय सीपीएन-यूएमएल कार्यकर्ताओं के साथ झड़प हो गई। मामले को बढ़ता देख अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए हवाई अड्डे के आसपास कर्फ्यू लगा दिया।

    बुद्ध एयरलाइंस की उड़ानें रद्द

    इस घटना के बाद, बुद्ध एयरलाइंस ने काठमांडू से सिमारा जाने वाली अपनी सभी घरेलू उड़ानें रद कर दिया। बता दें सीपीएन-यूएमएल इस प्रतिनिधि सभा को बहाल करने की मांग को लेकर पूरे नेपाल में विरोध कार्यक्रम आयोजित कर रही है, जो 12 सितंबर को जेनरेशन जेड आंदोलन के बाद भंग हो गई थी। इस प्रदर्शन ने ही ओली के नेतृत्व वाली सरकार को गिरा दिया था।

    जेनरेशन जेड कार्यकर्ताओं ने 9 सितंबर को तत्कालीन ओली प्रशासन के तहत भ्रष्टाचार और प्रस्तावित सोशल मीडिया बैन के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान प्रदर्शनकारियों की कथित सामूहिक हत्या पर भी कार्रवाई की मांग की है।

    (न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)