नेपाल के पूर्व पीएम और गृहमंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज, सत्ता परिवर्तन के बाद लिया गया एक्शन
नेपाल में युवा जेनजी समूह ने पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और गृह मंत्री रमेश लेखक के खिलाफ सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान हुई मौतों के लिए एफआईआर दर्ज कराई है। काठमांडू जिला पुलिस ने एफआईआर को जांच आयोग को सौंप दिया है। वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि यह एफआईआर ओली और लेखक के आपराधिक उत्तरदायित्व को स्थापित करेगी और अपराध की जांच के लिए मार्ग प्रशस्त करेगी।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नेपाल के युवा नेतृत्व वाले जेनजी समूह ने सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान हुई मौतों के लिए अपदस्थ प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और तत्कालीन गृह मंत्री रमेश लेखक के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है।
काठमांडू जिला पुलिस सर्कल के प्रवक्ता, पुलिस अधीक्षक पवन भट्टाराई ने पुष्टि की कि यह एफआइआर काठमांडू जिला पुलिस कार्यालय, भद्रकाली में ओली और नेपाली कांग्रेस के नेता लेखक के खिलाफ दर्ज की गई है।
उन्होंने कहा कि चूंकि इस मामले की जांच के लिए एक आयोग पहले ही गठित किया जा चुका है, पुलिस ने एफआइआर को जस्टिस गौरी बहादुर कार्की की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय न्यायिक जांच आयोग को अग्रेषित कर दिया है।
नेपाल प्रदर्शनों में पूर्व पीएम ओली के खिलाफ एफआईआर दर्ज
वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश त्रिपाठी ने कहा, ''पुलिस के साथ जेनजी युवाओं द्वारा दर्ज की गई एफआइआर उनके (ओली और लेखक के) आपराधिक उत्तरदायित्व को स्थापित करेगी और 8 और 9 सितंबर को किए गए अपराध की जांच के लिए रास्ता बनाएगी।'' उन्होंने कहा, ''राज्य के एजेंटों द्वारा किए गए गंभीर अपराध को बिना सजा नहीं छोड़ा जाना चाहिए।''
जेनजी के प्रदर्शनों के दौरान हुई थी 19 लोगों की मौत
8 सितंबर को जेनजी के प्रदर्शनों के पहले दिन पुलिस की गोलीबारी में उन्नीस प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई। कुल मिलाकर, 8 और 9 सितंबर को दो दिवसीय प्रदर्शनों के दौरान 76 लोग मारे गए।
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