यूरोपीय देशों में मृत मिलीं 22 महिलाओं के आज तक नहीं पता चले नाम, सालों बाद इंटरपोल ने साझा किए कई सुराग
जर्मनीबेल्जियम और नीदरलैंड में पिछले 43 सालों में 22 महिलाओं की मौत हुई लेकिन किसी के भी मौत का पता नहीं चला हैं।अब कई साल बाद इंटरपोल ‘ऑपरेशन आइडेंटिफाई मी’ चला रहा है।इंटरपोल ने अपनी वेबसाइट पर कई इमेज पोस्ट किए हैंजिनसे इन हत्याओं का पता चल सकता है।

पेरिस, एजेंसी। जर्मनी, बेल्जियम और नीदरलैंड में 43 साल के अंदर 22 महिलाओं के शव मिले, जिनकी आज तक पहचान नहीं हो पाई है। माना जाता है कि इनमें से ज्यादातर महिलाएं हिंसा की शिकार हुई थीं और पुलिस का कहना है कि कुछ महिलाओं की मौत के सिलसिले में दुर्व्यवहार या भुखमरी के सुराग मिले हैं।
वे महिलाएं कौन थीं, यह अभी पता नहीं चल पाया है। जांचकर्ता आज भी पूरी शिद्दत से उनके हत्यारों की तलाश में जुटे हैं।
पुलिस को उम्मीद है कि बुधवार को शुरू किए गए ‘ऑपरेशन आइडेंटिफाई मी’ से उन महिलाओं की पहचान और हत्यारों की तलाश में मदद मिल सकती है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इंटरपोल ने महिलाओं का नाम पता लगाने के लिए आम लोगों से मदद मांगी है।
For the first time, details of INTERPOL Black Notices are publicly available. And we need your help.
Find out more about Operation #IdentifyMe, an international appeal to identify 22 women found dead in Belgium, Germany & The Netherlands 👇https://t.co/BS5ZM5ELCI
— INTERPOL (@INTERPOL_HQ) May 10, 2023
फ्रांस के ल्योन में स्थित अंतरराष्ट्रीय पुलिस संस्था ‘इंटरपोल’ ने कुछ महिलाओं तस्वीरें साझा की हैं।
सबसे पुराना अवशेष 1976 में नीदरलैंड में A12 मोटरवे द्वारा पाया गया था, जबकि सबसे हाल ही में अगस्त 2019 में बेल्जियम के एक पार्क में पाया गया था।
कई महिलाओं के शवों से जुड़े निशान मिले
अगर महिलाओं के नामों का पता चल जाता है तो इससे कम से कम पुलिस को एक फायदा तो होगा कि वह जांच के दौरान महिलाओं का जिक्र उनके नाम से कर पाएगी। पुलिस को अभी तक इन महिलाओं की पहचान का जिक्र उनके शवों पर मिले निशानों या कपड़ों से करना पड़ता है। जैसे एक की पहचान “फूल टैटू वाली महिला” के तौर पर की जाती है, तो दूसरी की शिनाख्त “नकली नाखूनों वाली महिला” के तौर पर होती है। या फिर उनके शव जहां से मिले हैं, उस स्थान के तौर पर पहचाना जाता है।
इनमें सबसे पुराना मामला 1976 का है जब एक पार्किंग स्थल से एक लड़की का शव मिला था। इसे “द गर्ल इन पार्किंग लॉट” मामला कहा जाता है। महिला का शव नीदरलैंड में ए12 राजमार्ग के पास मिला था। माना जाता है कि जब उसकी मौत हुई तो वह 13 से 20 वर्ष की रही होगी।
कुछ महिलाएं पूर्वी यूरोप की थीं
इंटरपोल ने नीदरलैंड, जर्मनी और बेल्जियम पुलिस के हवाले से एक बयान में कहा कि माना जाता है कि कुछ महिलाएं पूर्वी यूरोप की थीं औप जांच को उलझाने के लिए संभवत: उनके शव बेल्जियम, नीदरलैंड और जर्मनी में छोड़े गए थे। नीदरलैंड पुलिस ने कहा, “22 में से अधिकांश की मौत हिंसा के कारण हुई जबकि कुछ मरने से पहले उत्पीड़न और भुखमरी का शिकार हुईं।”
पुलिस को उम्मीद है कि उनके नाम जानने से संभावित अपराधियों के बारे में सबूत भी मिल सकते हैं। इससे उन्हें यह जानने में भी मदद मिलेगी कि कहीं ये हत्याएं किसी बड़े मामले से तो नहीं जुड़ी हुई हैं।
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