Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    म्यांमार में विस्थापितों के शिविर पर सेना का हमला, 29 की मौत; मरने वालों में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल

    म्यांमार में विस्थापितों के शिविर पर सेना के हमले में 29 लोगों की मौत हो गई। काचिन पीस नेटवर्क सिविल सोसाइटी समूह की एक प्रसिद्ध स्थानीय कार्यकर्ता खोन जा ने रॉयटर्स को बताया कि उन्होंने स्थानीय अस्पताल का दौरा किया था और उन्हें बताया गया था कि 29 लोग मारे गए है।

    By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Tue, 10 Oct 2023 08:53 AM (IST)
    Hero Image
    म्यांमार में विस्थापितों के शिविर पर सेना का हमला (Image: Reuters)

    रॉयटर्स, नाएप्यीडॉ। म्यांमार के काचिन राज्य में विस्थापित लोगों के एक शिविर पर हमला किया गया। सेना द्वारा किए गए इस हमले में 29 लोगों की मौत हो गई हैं, जिनमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं। वहीं, 59 गंभीर रूप से घायल हुए है। स्थानीय मीडिया, एक कार्यकर्ता और क्षेत्र के सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बता दें कि इस समय म्यांमार देश संघर्ष में उलझा हुआ है। जातीय अल्पसंख्यक सेनाएं और प्रतिरोध आंदोलन सैन्य शासन के खिलाफ लड़ रहे हैं। 2021 के तख्तापलट के बाद जुंटा द्वारा म्यांमार में भयंकर कार्रवाई की जा रही है।

    सोमवार आधी रात को हुआ हमला 

    काचिन मीडिया और स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह घटना सोमवार आधी रात के करीब काचिन इंडिपेंडेंस आर्मी (केआईए) द्वारा संचालित एक सैन्य शिविर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर हुई। रिपोर्ट और तस्वीरें म्यांमार की जुंटा-विरोधी राष्ट्रीय एकता सरकार (एनयूजी) के एक मंत्री द्वारा सोशल मीडिया पर साझा की गईं है, जिसकी अब तक पुष्टि नहीं की जा सकी है।

    समाचार एजेंसी रॉयटर्स का अब तक म्यांमार के जुंटा के प्रवक्ता से संपर्क नहीं हो सका है। काचिन पीस नेटवर्क सिविल सोसाइटी समूह की एक प्रसिद्ध स्थानीय कार्यकर्ता खोन जा ने रॉयटर्स को बताया कि उन्होंने स्थानीय अस्पताल का दौरा किया था और उन्हें बताया गया था कि 29 लोग मारे गए है।

    सेना ने बम से किया हमला

    कार्यकर्ता खोन जा ने रॉयटर्स को बताया कि 'हमला आधी रात को हुआ। बम बहुत शक्तिशाली था। गांव पूरी तरह नष्ट हो गया है। उन्होंने कहा कि 59 लोग घायल हुए हैं। वहीं, 29 लोग मारे गए हैं। हालांकि, अस्पताल ने अब तक इसकी पुष्टि की है। लाइजा, उत्तरी म्यांमार का एक शहर, केआईए की राजधानी है, जो दशकों से सेना से जूझ रहे दर्जनों जातीय समूहों में से सबसे बड़े समूहों में से एक है। यह चीनी सीमा के करीब है और शहर और उसके आसपास विस्थापन शिविरों में रहने वाले कई नागरिकों का घर है।

    यह भी पढ़े: Israel Hamas War: 'मैंने अपने सबसे अच्छे दोस्त से...', जंग-ए-मैदान में जाने से पहले सैनिक जोड़े ने रचाई शादी

    यह भी पढ़े: Israel-Hamas War: हमास के आतंकी हमले से लेकर इजराइल के एक्शन तक...10 प्वाइंट में समझें अब तक क्या-क्या हुआ