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    'बांग्लादेश में हिंदुओं पर न हो अत्याचार...', मोहम्मद यूनुस से बोले PM मोदी; बैंकॉक में और क्या हुई बात?

    Updated: Fri, 04 Apr 2025 02:49 PM (IST)

    PM Modi met Mohammad Yunus । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के सलाहकार मोहम्मद यूनुस की मुलाकात हुई। बैंकॉक में दोनों नेताओं की मुलाकात हुई है। पीएम मोदी के थाईलैंड दौरे का यह दूसरा दिन है। दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने लोकतांत्रिक स्थिर शांतिपूर्ण प्रगतिशील और समावेशी बांग्लादेश के लिए भारत के समर्थन को दोहराया।

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    पीएम मोदी और मोहम्मद यूनुस के बीच थाईलैंड में हुई मुलाकात।(फोटो सोर्स: एएनआई)

    एएनआई, बैंकॉक। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के सलाहकार मोहम्मद यूनुस से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हुई। बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर चिंता जाहिर की।

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    पीएम मोदी और मोहम्मद यूनुस के बीच क्या हुई बात?

    दोनों नेताओं की मुलाकात पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने विस्तृत तौर पर जानकारी दी। विक्रम मिसरी ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने लोकतांत्रिक, स्थिर, शांतिपूर्ण, प्रगतिशील और समावेशी बांग्लादेश के लिए भारत के समर्थन को दोहराया। उन्होंने प्रो. यूनुस को बताया कि भारत बांग्लादेश के साथ सकारात्मक और रचनात्मक संबंध बनाने की इच्छा रखता है।

    विक्रम मिसरी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी आग्रह किया कि माहौल को खराब करने वाली किसी भी बयानबाजी से बचना चाहिए। सीमा पर कानून का सख्त पालन और अवैध सीमा पार करने की रोकथाम सीमा सुरक्षा और सुरक्षा बनाए रखने के लिए आवश्यक है।

    मोहम्मद यूनुस के शासन में बांग्लादेश में रह रहे अल्पसंख्यकों (हिंदुओं) पर अत्याचार के कई मामले सामने आ चुके हैं। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले को लेकर खुद पीएम मोदी ने चिंता जताई है।

    पूर्वोत्तर राज्यों पर विवादित टिप्पणी कर चुके हैं यूनुस

    बता दें कि थाईलैंड दौरे से पहले मोहम्मद यूनूस ने चीन की यात्रा की थी। वहां, उन्होंने भारत के पूर्वोत्तर राज्य को लेकर विवादित टिप्पणी की थी, जिसका भारत ने कड़ा विरोध किया था।

    मोहम्मद यूनुस ने चीन की धरती पर कहा था कि इस क्षेत्र के समंदर का एक मात्र गार्जियन ढाका है। चीन को अपने देश में निवेश करने का न्योता देते हुए यूनुस ने कथित तौर पर भारत की मजबूरियां गिनाई थी और चीन को लुभाते हुए कहा था कि उसके पास बांग्लादेश में बिजनेस का बड़ा मौका है।

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