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    Water Crisis से जूझ रहे मालदीव को मिला ड्रैगन से मदद, चीन ने भेजा तिब्बत ग्लेशियर से एकत्रित 15 सौ टन पानी

    By Agency Edited By: Babli Kumari
    Updated: Wed, 27 Mar 2024 08:06 PM (IST)

    उन्होंने पिछले वर्ष नवंबर में राष्ट्रपति डा मोहम्मद मुइज्जू से मुलाकात की थी। उस दौरान कहा गया था कि हिमनद क्षेत्रों से एकत्र पानी उन्हें दिया जाए। यह अत्यधिक स्वच्छ और खनिजों से भरपूर होता है। मोहम्मद मुइज्जू के राष्ट्रपति पद संभालने के बाद से ही मालदीव का झुकाव चीन की ओर रहा है। इससे पहले की सरकार भारत समर्थित थी।

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    मालदीव के राष्ट्रपति डा मोहम्मद मुइज्जू (फाइल फोटो)

    पीटीआई, माले। चीन ने मालदीव को 1500 टन पीने का पानी भेजा है। मालदीव सरकार ने मंगलवार को कहा कि पानी की भारी कमी के बीच तिब्बत में ग्लेशियरों से एकत्र पानी माले पहुंच गया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि मालदीव को पीने का पानी उपलब्ध कराने का निर्णय चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के अध्यक्ष यान जिनहाई की मालदीव की यात्रा के दौरान किया गया था।

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    उन्होंने पिछले वर्ष नवंबर में राष्ट्रपति डा मोहम्मद मुइज्जू से मुलाकात की थी। उस दौरान कहा गया था कि हिमनद क्षेत्रों से एकत्र पानी उन्हें दिया जाए। यह अत्यधिक स्वच्छ और खनिजों से भरपूर होता है। मोहम्मद मुइज्जू के राष्ट्रपति पद संभालने के बाद से ही मालदीव का झुकाव चीन की ओर रहा है।

    इससे पहले की सरकार थी भारत समर्थित 

    इससे पहले की सरकार भारत समर्थित थी। भारत ने जरूरत के वक्त मालदीव की आगे बढ़कर मदद की थी। दिसंबर 2014 के दौरान जब पानी की भारी किल्लत हो गई थी, तो भारत ने तुरंत एयरक्राफ्ट के माध्यम से मालदीव को पानी पहुंचाया था। बाद में और भी मदद भेजी गई थी। 

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