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    दक्षिण कोरिया में हुए प्लेन क्रैश पर जेजू एयर के सीईओ ने मांगी माफी, कहा- मैं लेता हूं पूरी जिम्मेदारी

    By Agency Edited By: Sachin Pandey
    Updated: Sun, 29 Dec 2024 10:20 PM (IST)

    दक्षिण कोरिया में रविवार को भीषण विमान हादसा हुआ जहां लैंडिग के समय एक प्लेन में रनवे से फिसलकर आग लग गई। हादसा इतना भयावह था कि विमान में सवार 181 लोगों में से 179 लोगों की मौत हो गई। हादसे पर जेजु एयर के सीईओ ने माफी मांगते हुए पूरी जिम्मेदारी ली है। कंपनी ने कहा है कि वह दुर्घटना से निपटने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

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    विमान में सवार 181 लोगों में 179 लोगों की मौत हो गई। (Photo- Reuters)

    एपी, सियोल। दक्षिण कोरिया के मुआन शहर में रविवार सुबह करीब नौ बजे एक विमान का आगे का लैंडिंग गियर नहीं खुलने की वजह से वह रनवे से फिसलकर एयरपोर्ट की कंक्रीट की बाउंड्री वाल से जा टकराया और उसमें विस्फोट के बाद भीषण आग लग गई। विमान में सवार 181 लोगों में 179 लोगों की मौत हो गई, जबकि चालक दल के दो सदस्यों को बचा लिया गया। इनमें एक पुरुष व एक महिला है।

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    जेजु एयर का विमान 7 सी-2216 थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक से आया था। इसमें 175 यात्री और चालक दल के छह सदस्य सवार थे। टीवी पर प्रसारित फुटेज के अनुसार, 15 वर्ष पुराने दो इंजन वाले इस बोइंग 737-800 विमान ने जब मुआन एयरपोर्ट पर लैंड किया तो उसका लैंडिंग गियर नहीं खुला और रनवे पर तेज गति से दौड़ता हुआ कंक्रीट की दीवार से जा टकराया। टकराते ही उसमें विस्फोट हो गया।

    सीईओ ने ली जिम्मेदारी

    हादसे को लेकर जेजू एयर के सीईओ किम ई-बे ने एक बयान जारी कर खेद व्यक्त किया और पीड़ितों के परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने घटना की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए कहा, 'कारण चाहे जो भी हो, मैं सीईओ के रूप में पूरी जिम्मेदारी लेता हूं।' इस बीच, जेजू एयर कंपनी ने दुर्घटना से निपटने में कोई कसर नहीं छोड़ने का आश्वासन दिया है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि जेजू एयर दुर्घटना से निपटने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

    इधर, 32 फायर ट्रक्स एवं कई हेलीकॉप्टरों की मदद से आग पर काबू पाया गया। आग इतनी भीषण थी कि पूरा विमान नष्ट हो गया और मलबे में सिर्फ उसका पिछला हिस्सा ही पहचान में आ रहा था। मरने वाले 179 लोगों में से 88 की पहचान कर ली गई है। इनमें दो थाईलैंड के नागरिक हैं। दक्षिण कोरिया के परिवहन मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि एयरपोर्ट कंट्रोल टावर ने विमान के लिए पक्षी से टकराने की चेतावनी जारी की थी, जिसके बाद पायलट ने विमान को विपरीत दिशा से लैंड कराया था।

    नहीं खुला लैंडिंग गियर

    एयरपोर्ट अधिकारियों का कहना है कि संभवत: पक्षी के टकराने की वजह से ही विमान का अगला लैंडिंग गियर नहीं खुला। एक यात्री ने अपने स्वजन को मैसेज भी किया था कि विमान के विंग से पक्षी टकराया है। बहरहाल, विमान का ब्लैक बाक्स मिल गया है। हादसे की जांच की जाएगी और इसमें कुछ माह का वक्त लगेगा।

    बता दें कि मुआन का अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा दक्षिण कोरिया के सबसे छोटे हवाई अड्डों में से एक है। दक्षिण कोरिया के कार्यकारी राष्ट्रपति चोई सांग-मोक ने दुर्घटनास्थल का दौरा किया और मृतकों के स्वजन के प्रति संवेदना व्यक्त की। थाईलैंड की प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा ने भी दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। वहीं, जेजु एयर ने हादसे पर क्षमा याचना की और विमान में किसी तकनीकी खराबी से इन्कार किया।

    सबसे भीषण दुर्घटनाओं में से एक

    गौरतलब है कि यह दुर्घटना दक्षिण कोरिया के विमानन इतिहास की सबसे भीषण दुर्घटनाओं में से एक है। पिछली बार दक्षिण कोरिया में बड़ी हवाई दुर्घटना 1997 में हुई थी, जब कोरियन एयरलाइन का विमान गुआम में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 228 लोग मारे गए थे।

    लैंढिंग के दौरान एयर कनाडा के विमान में लगी आग

    कनाडा में भी इसी तरह की एक दुर्घटना हुई, लेकिन उसमें सभी यात्रियों एवं चालक दल सदस्यों को बचा लिया गया। न्यूफाउंडलैंड आइलैंड के सेंट जोंस सिटी से आ रहे एयर कनाडा के विमान (उड़ान संख्या 2259) ने जब नोवा स्कोटिया प्रांत के गोफ में हेलीफैक्स एयरपोर्ट पर स्थानीय समयानुसार रात करीब 9.30 बजे लैंडिंग की तो उसका एक पिछला गियर ठीक से नहीं खुला और विमान 20 डिग्री के एंगिल पर बांयी ओर झुक गया। लिहाजा विमान घिसटता हुआ रनवे से फिसल गया। विमान के बांये हिस्से में आग भी लग गई। विमान रुकने पर सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया।

    नेपाल में पक्षी से टकराकर हेलीकाप्टर की आपात लैंडिंग

    नेपाल में पांच अमेरिकी नागरिकों को लेकर काठमांडू जा रहे एक हेलीकॉप्टर (9एन-एकेजी) को पक्षी से टकराने के बाद रविवार सुबह करीब 11 बजे बानेपा में आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। निजी हेली एवरेस्ट एयरलाइंस का यह हेलीकाप्टर माउंट एवरेस्ट के गेटवे लुकला से आ रहा था।