Italy: 32 साल अकेले वीरान टापू पर रहा बुजुर्ग, लोगों के बीच रहने आया तो हो गई मौत, हैरान कर देगी कहानी
Italy बुडौली टापू पर 85 साल के बुजुर्ग व्यक्ति ने अकेले 32 साल बिता दिए। जब सरकार ने उन्हें हटाकर मुख्यधारा में लोगों के बीच रहने के लिए भेजा तो उनकी मृत्यु हो गई। वे टापू पर आने वाले पर्यटकों से द्वीप को साफ सुथरा रखने के लिए कहते थे और खुद भी टापू के केयरटेकर थे। मीडिया ने उनका नाम रॉबिन्सन क्रूसो रख दिया था।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इटली के एक वीरान टापू पर 30 साल से भी ज्यादा समय बिताने वाले 85 साल के बुजुर्ग मौरो मोरांडी Mauro Morandiकी मृत्यु हो गई। यह बुजुर्ग 30 वर्ष से अकेले एक वीरान टापू पर रह रहा था। इस दौरान उसने टापू को साफ सुथरा रखा, लेकिन जब वह टापू छोड़कर मुख्यधारा में रहने के लिए आया तो ज्यादा वर्षों तक जीवित नहीं रह पाया। इस बुजुर्ग व्यक्ति मौरो की कहानी आपको हैरान कर देगी।
इटली के वीरान टापू पर मौरो मोरांडी ने करीब 32 साल बिताए। इनके उत्कृष्ट कार्यों के चलते इनका नाम मीडिया ने 'रॉबिन्सन क्रूसो' रख दिया था। वे दूसरे विश्व युद्ध के पुराने शेल्टर, सार्डिनिया के पास बुडेली टापू पर अकेले ही जीवन व्यतीत कर रहे थे। बुडेली भूमध्य सागर में एक इटालियन टापू यानी द्वीप है। 1989 में बाजारवाद और समाज से बचने के लिए पोलिनेशिया कर रहे थे। इसी दौरान वे इस बुडेली द्वीप पहुंच गए।
टापू के रखरखाव का संभाला जिम्मा
इस द्वीप पर जब वे पहुंचे तो उन्होंने देखा कि यहां इस आईलैंड का केयरटेकर रिटायरमेंट के करीब था। इसलिए उसके रिटायरमेंट के बाद इस द्वीप के रखरखाव का जिम्मा फिर मौरो ने संभाल लिया। अपने प्रयासों के चलते उन्होंने एक दो नहीं बल्कि 32 साल तक इस द्वीप को साफ सुथरा रखने की जिम्मेदारी को सफलतापूर्वक निभाया।
पर्यटकों को किया जागरुक, अधिकारियों ने हटा दिया
मौरो मोरांडी ने 32 साल की अवधि के दौरान खुद भी द्वीप को साफ सुथरा रखा और यहां आने वाले पर्यटकों को भी इस द्वीप की साफ सफाई के बारे में जागरूक किया। विडंबना यह रही कि साल 2021 में जब इस द्वीप को नेचर पार्क घोषित कर दिया गया तब इटली के अधिकारियों ने उन्हें वहां से हटा दिया। जिस मोरांडी ने 32 साल तक इस द्वीप को साफ सुथरा रखने में अपना जीवन खपा दिया, उसे अधिकारियों ने हटाने में देर नहीं लगाई।
द्वीप से आने के बाद अपार्टमेंट में रह रहा था बुजुर्ग केयरटेकर
द्वीप से वापस लौटने के बाद उन्होंने सार्डिनिया के ला मदालेना में एक छोटे से अपार्टमेंट में नई शुरुआत की। खूबसूरत प्रवाल भित्तियों और ग्रेनाइट सीपियों से बने घर में 32 साल गुजारने के बाद 3 साल पहले ही वह आम लोगों के बीच मुख्यधारा के जीवन में लौटे थे। जब उन्हें द्वीप से जाने के लिए कहा गया, तब उनके पास कोई अपना घर नहीं था। बाद में सरकार ने उन्हें सार्डिनिया के एक द्वीपसमूह ला मदालेना में भेज दिया था। यहां वे एक बेडरूम वाले अपार्टमेंट में रहते थे।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार साल 2021 में जब उन्हें द्वीप छोड़ने के लिए कहा गया, तब उनकी उम्र 80 साल से भी ज्यादा थी। जब 32 साल बाद वह द्वीप से निकले तो सबकुछ बदल गया था। हालांकि उन्होंने कहा था कि वे नए सिरे से जीवन शुरुआत करने के लिए उत्साहित हैं।
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