गृह युद्ध से जूझ रहे सूडान से अब तक सुरक्षित निकाले गए 91 नागरिक, भारत के लोग भी शामिल
सूडान से भारतीय समेत अन्य देशों के लोग सुरक्षित रूप से निकाल लिये गए हैं। इनमें राजनयिक और अंतर्राष्ट्रीय अधिकारी शामिल हैं। सऊदी अरब साम्राज्य के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी। बता दें सूडान में इस समय सत्ता के लिए संघर्ष चल रहा है।

रियाद, एएनआई। सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि सूडान में जारी गृहयुद्ध के बीच भारत समेत अन्य देशों के लोग सुरक्षित रूप से निकाल लिए गए हैं। इनमें राजनयिक और अंतर्राष्ट्रीय अधिकारी शामिल हैं।
सूडान से 91 नागरिकों को सुरक्षित निकाला गया
सूडान से निकाले गए नागरिकों की संख्या 91 तक पहुंच गई। कुवैत, कतर, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र, ट्यूनीशिया, पाकिस्तान, भारत, बुल्गारिया, बांग्लादेश, फिलीपींस, कनाडा और बुर्किना फासो के 66 नागरिक सूडान से सुरक्षित रूप से निकाले गए हैं।
अब तक 413 लोगों की मौत
बता दें, सूडान में इस समय सत्ता के लिए जारी गृहयुद्ध में अब तक 413 लोगों की अपनी जान गंवानी पड़ी। वहीं, 3,551 लोग घायल हो चुके हैं। आरएसएफ ने ईद पर तीन दिन के संघर्ष विराम का एलान किया है। उसका यह फैसला अपने नागरिकों की सुरक्षित निकासी को लेकर दुनियाभर के देशों के चिंतित होने के मद्देनजर आया है।
Indians, as well as people from other nations, arrived safely from Sudan, including diplomats & international officials: The Ministry of Foreign Affairs of the Kingdom of Saudi Arabia pic.twitter.com/XoqykgnF2v
— ANI (@ANI) April 22, 2023
दूसरे देशों के नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए तैयार हुई सेना
सूडान में छिड़े गृहयुद्ध के बीच सेना दूसरे देश के नागरिकों की सुरक्षित निकालने के लिए तैयार हो गई है। सेना प्रमुख अब्देल फतेह अल-बुरहान का यह बयान आरएसएफ प्रमुख मोहम्मद हमदान दगोला उर्फ हेमेदती के संघर्ष विराम के आश्वासन के बाद आया है।
सेना और आरएसएफ ने संयुक्त रूप से ईद पर शुक्रवार से तीन दिन का संघर्ष विराम का एलान किया। संघर्ष विराम के दौरान विदेशी नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए हवाई अड्डों को खोला जा सकेगा। सूडान की सेना की ओर से शनिवार को जारी बयान में कहा गया था कि अमेरिका समेत अन्य देश आगामी कुछ घंटों में अपने नागरिकों को खारतूम से सुरक्षित बाहर निकाल लेंगे।
सऊदी अरब के नागरिकों को पहले निकाला गया
सेना ने बताया कि सऊदी अरब के नागरिकों को पोर्ट सूडान की ओर से पहले ही बाहर निकाला जा चुका है। इसी तरह जार्डन भी अपने नागरिकों को बाहर निकालेगा। आरएसएफ प्रमुख हेमेदती ने शनिवार तड़के फेसबुक पर कहा कि उन्हें संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस का फोन आया, जिसमें उन्होंने पूर्ण युद्धविराम का पालन करने और मानवीय और चिकित्साकर्मियों को सुरक्षा प्रदान करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
आरएसएफ ने कहा कि विदेशी नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए हवाईअड्डों को आंशिक रूप से खोल दिया गया है। बता दें कि शुक्रवार को ही अमेरिका ने कहा था कि अमेरिकी नागरिकों की निकासी के लिए सरकार मदद नहीं कर रही है और तकरीबन 16,000 अमेरिकी नागरिक सूडान में फंसे हुए हैं।
आरएसएफ ने अल-हुदा जेल पर किया हमला
सूडान की सेना ने शुक्रवार को बताया कि अर्द्धसैनिक बल आरएसएफ ने ओमदुर्मान स्थित देश की सबसे बड़ी जेल पर हमला कर दिया। कैदियों के वकीलों ने बयान में बताया कि आरएसएफ ने जबरन जेल को खाली कराया। हालांकि, आरएसएफ ने आरोपों को सिरे से नकार दिया। इधर, सूडान के चिकित्सक संघ ने शनिवार को बताया कि हिंसाग्रस्त इलाकों में स्थित दो तिहाई अस्पताल बंद पड़े हैं। वहीं कुछ अस्पतालों में पानी, बिजली और स्टाफ की कमी के कारण महज प्राथमिक उपचार ही दिया जा रहा है।
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