'दुनिया जटिल दौर से गुजर रही, भारत-यूएई संबंध और मजबूत होंगे', अबू धाबी में बोले एस जयशंकर
जयशंकर यूएई की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। उनकी यात्रा का उद्देश्य यूएई जैसे प्रभावशाली खाड़ी देश के साथ भारत की व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और आगे बढ़ाना है। अबू धाबी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री ने कहा दुनिया एक जटिल और अस्थिर चरण में प्रवेश कर गई है क्योंकि वैश्विक व्यवस्था वास्तव में बदल रही है। ऐसे हालात में नए अवसर पैदा होते हैं।
पीटीआई, अबू धाबी। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को कहा कि बदलते वैश्विक क्रम के साथ दुनिया जिस तरह जटिल और परिवर्तनशील दौर से गुजर रही है, ऐसे में अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच सहयोग और गहरा होगा।
जयशंकर यूएई की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं
जयशंकर यूएई की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। उनकी यात्रा का उद्देश्य यूएई जैसे प्रभावशाली खाड़ी देश के साथ भारत की व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और आगे बढ़ाना है। अबू धाबी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री ने कहा, 'दुनिया एक जटिल और अस्थिर चरण में प्रवेश कर गई है क्योंकि वैश्विक व्यवस्था वास्तव में बदल रही है। ऐसे हालात में नए अवसर पैदा होते हैं और सच्ची मित्रता कायम होती है।'
उन्होंने कहा, 'जब हम वैश्विक परि²श्य देखते हैं तो ऐसी कई चीजें हैं जो दोनों देशों को एक साथ लाती हैं। मैं विश्वास से कह सकता हूं कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर हमारा सहयोग और मजबूत होगा।'
विदेश मंत्री ने कही ये बात
विदेश मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि यूएई को अपना दूसरा घर कहने वाले भारतीयों की संख्या 2015 में 25 लाख थी जो अब बढ़कर 40 लाख से अधिक हो गई है। ये संख्याएं उस गर्मजोशी और सौहार्द को दर्शाती हैं जो आज हमारे संबंधों की विशेषता है। द्विपक्षीय संबंधों की कुछ उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए जयशंकर ने कहा कि व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते ने व्यापार और निवेश को बढ़ाया है। स्थानीय मुद्रा व्यापार व्यवस्था और फिनटेक तंत्र उल्लेखनीय रहे हैं।
अबू धाबी में बीएपीएस हिंदू मंदिर पर बोले जयशंकर
उन्होंने कहा कि अबू धाबी में बीएपीएस हिंदू मंदिर बहुलवाद, सद्भाव और सहिष्णुता के प्रतीक के रूप में उभरा है।रायसीना मिडिल ईस्ट के एक सत्र को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि पिछले एक दशक में भारत एवं पश्चिम एशिया के बीच संबंधों के विस्तार से व्यापार, संपर्क एवं लोगों से लोगों के बीच जुड़ाव बढ़ा है। भारत पश्चिम एशिया को दुनिया से जुड़ने का अहम मार्ग और विस्तारित पड़ोस मानता है।
उन्होंने कहा, 'खाड़ी में हमारी मौजदूगी व्यापक एवं महत्वपूर्ण है। 90 लाख से ज्यादा भारतीय यहां रहते और काम करते हैं, लेकिन खाड़ी क्षेत्र एमईएनए (मिडिल ईस्ट एंड नार्थ अफ्रीका) क्षेत्र एवं भूमध्य सागरीय देशों तक पहुंच के लिए गेटवे का भी काम करता है।' साथ ही कहा कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच व्यापक रणनीतिक साझीदारी बढ़ाने और द्विपक्षीय संबंधों को नई गति देने का अवसर है।
विदेश मंत्री ने अबू धाबी के क्राउन प्रिंस से मुलाकात की
विदेश मंत्री ने अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंध बढ़ाने व विकसित करने पर चर्चा की। इससे पहले उन्होंने यूएई के राष्ट्रपति के कूटनीतिक सलाहकार अनवर गरगाश से भी मुलाकात की।
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