UN में भारत ने पाकिस्तान को सुनाई खरी-खरी, आतंकवाद को प्रायोजित करने का लगाया आरोप
भारत ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) में पाकिस्तान की कड़ी आलोचना की तथा उसके बयानों को दुष्प्रचार बताकर खारिज कर दिया तथा उस पर आतंकवाद को प्रायोजित करने का आरोप लगाया। कहा कि पाकिस्तान का भारत पर अजीबोगरीब नजरिया है और वह झूठ फैलाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मंचों का दुरुपयोग कर रहा है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) में पाकिस्तान की कड़ी आलोचना की तथा उसके बयानों को दुष्प्रचार बताकर खारिज कर दिया तथा उस पर आतंकवाद को प्रायोजित करने का आरोप लगाया।
भारत ने जिनेवा में कही ये बात
जिनेवा में परिषद के 60वें सत्र की 5वीं बैठक में बोलते हुए भारतीय राजनयिक क्षितिज त्यागी ने कहा कि पाकिस्तान का भारत पर "अजीबोगरीब नजरिया" है और वह झूठ फैलाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मंचों का दुरुपयोग कर रहा है।
पाकिस्तान पर जमकर साधा निशाना
त्यागी ने कहा कि पहलगाम हमले पर हमारी संतुलित और उचित प्रतिक्रिया ने इसे पूरी तरह स्पष्ट कर दिया है। हमें किसी आतंकवाद प्रायोजक से कोई सबक नहीं चाहिए, अल्पसंख्यकों पर अत्याचार करने वाले से कोई उपदेश नहीं चाहिए, और न ही किसी ऐसे राज्य से कोई सलाह चाहिए जिसने अपनी विश्वसनीयता को लेकर झूठा एजेंडा चलाया हो।
भारत ने स्विट्जरलैंड की टिप्पणी का दिया जबाव
भारत ने स्विट्जरलैंड द्वारा अल्पसंख्यकों के संबंध में की गई टिप्पणी को भी आश्चर्यजनक, सतही और गलत जानकारी पर आधारित बताया और कहा कि देश को नस्लवाद, व्यवस्थित भेदभाव और विदेशी द्वेष जैसी अपनी चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
भारत ने पहलगाम हमले के प्रायोजकों को जवाबदेह ठहराने की मांग की
शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के क्षेत्रीय आतंकवाद निरोधक ढांचे (आरएटीएस) ने बुधवार को पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। वहीं, भारत ने इस कायराना हमले के प्रायोजकों को जवाबदेह ठहराने का आह्वान किया।
किर्गिज गणराज्य के चोलपोन अता में आयोजित आरएटीएस की 44वीं बैठक में पहलगाम हमले के मुद्दे पर प्रमुखता से चर्चा हुई। आरएटीएस एक प्रभावशाली मंच है, जो मुख्य रूप से आतंकवाद और अलगाववाद का मुकाबला करने पर केंद्रित है।
आरएटीएस की बैठक में पहलगाम हमले की कड़ी निंदा की
अधिकारियों ने बताया कि आरएटीएस की बैठक में पहलगाम हमले की कड़ी निंदा की गई। ऐसा करते समय आरएटीएस एससीओ की परिषद ने तियानजिन घोषणापत्र में पहलगाम आतंकी हमले की निंदा संबंधी बयान का समर्थन किया।
एक सितंबर को चीन के तियानजिन शहर में आयोजित एससीओ के वार्षिक शिखर सम्मेलन में पहलगाम हमले की कड़ी निंदा की गई थी और भारत के इस रुख से सहमति जताई गई थी कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोहरे मानदंड अस्वीकार्य हैं।
पीएम मोदी ने लिया था एससीओ सम्मेलन में भाग
एससीओ ने शिखर सम्मेलन के अंत में जारी तियानजिन घोषणापत्र में आतंकवाद से लड़ने के अपने दृढ़ संकल्प का उल्लेख किया। इस शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और कई अन्य वैश्विक नेताओं ने भाग लिया।
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