'महिला सुधार निकाय भंग नहीं हुआ तो बांग्लादेश में आग लगा देंगे', कट्टरपंथी समूह ने दी खुली धमकी
बांग्लादेश के कट्टरपंथी इस्लामी समूह हिफाजत-ए-इस्लाम के हजारों नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शनिवार को ढाका में एक रैली निकालकर महिला मामलों के सुधार आयोग को भंग करने की मांग की। स्थानीय मीडिया ने बताया कि इस्लामी समूह ने अपने नेताओं के खिलाफ मामलों को वापस लेने और अवामी लीग पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की। हिफाजत के नेताओं के खिलाफ 300 मामले लंबित हैं।

आईएएनएस, ढाका। बांग्लादेश के कट्टरपंथी इस्लामी समूह हिफाजत-ए-इस्लाम के हजारों नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शनिवार को ढाका में एक रैली निकालकर महिला मामलों के सुधार आयोग को भंग करने की मांग की।
अवामी लीग पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग
उन्होंने कहा है कि अगर मांग नहीं मानी गई तो बांग्लादेश में सबकुछ ठप कर देंगे और आग लगा देंगे। स्थानीय मीडिया ने बताया कि इस्लामी समूह ने अपने नेताओं के खिलाफ मामलों को वापस लेने और अवामी लीग पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की।
हिफाजत के नेताओं के खिलाफ 300 मामले लंबित
एक रिपोर्ट के अनुसार, हिफाजत के नेताओं के खिलाफ 300 मामले लंबित हैं। हिफाजत-ए-इस्लाम ने शुक्रवार को धमकी दी थी कि अगर महिला मामलों के सुधार आयोग को खत्म करने सहित उनकी सभी मांगें तुरंत पूरी नहीं की गईं, तो वे बांग्लादेश को ठप कर देंगे।
ढाका में बैतुल मुकर्रम राष्ट्रीय मस्जिद के सामने विरोध रैली को संबोधित करते हुए संगठन के केंद्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष मौलाना जुनैद अल हबीब ने कहा, ''सरकार का समय कल तक है। अगर तब तक कोई फैसला नहीं लिया गया, तो देश थम जाएगा और आग लगा दी जाएगी।''
मुहम्मद यूनुस का भी शेख हसीना जैसा ही होगा हश्र
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह हिफाजत-ए-इस्लाम ने धमकी देते हुए कहा था कि अगर महिला आयोग द्वारा किए गए प्रस्तावों को अमल में लाया गया तो मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस का भी पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना जैसा ही हश्र होगा।
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