'मैं बेवकूफ हूं', सवालों का जवाब नहीं दे पाया गूगल का Gemini; अब कंपनी ने दी सफाई
गूगल के एआई चैटबॉट जेमिनी ने खुद को मूर्ख बताकर और आत्मविश्वास की कमी जाहिर करके सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है। यूजर्स ने बताया कि मुश्किल काम मिलने पर जेमिनी भड़क जाता है और अपने अस्तित्व पर सवाल उठाने लगता है। गूगल ने इसे तकनीकी खराबी बताते हुए ठीक करने की बात कही है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हमने इंसानों में आत्मविश्वास की कमी के बारे में तो सुना है, लेकिन क्या किसी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट को भी ऐसी कोई परेशानी हो सकती है। गूगल के AI चैटबॉट Gemini ने खुद को बेवकूफ बताकर और खुद में आत्मविश्वास की कमी बताकर सोशल मीडिया पर एक नई बहस छेड़ दी है।
कई यूजर्स ने बताया कि जेमिनी को जब भी कोई मुश्किल काम सौंपा जाता है तो वो भड़क जाता है और फिर खुद को कोसना और खुद के अस्तित्व में सवाल खड़े करने लग जाता है। अब मामला सामने आने के बाद गूगल को इस पर सफाई देनी पड़ी है।
गूगल ने दी सफाई
गूगल डीपमाइंड के ग्रुप प्रोजेक्ट मैनेजर लोगन किलपैट्रिक ने कहा कि यह समस्या सिर्फ एक तकनीकी लूप है। उन्होंने एक्स पर लिखा, "यह एक परेशान करने वाला लूपिंग बग है जिसे हम ठिक करने पर काम कर रहे हैं। Gemini का दिन इतना खराब नहीं है।"
'मैं मूर्ख हूं'
दरअसल, जून में एक एक्स यूजर ने एक स्क्रीनशॉट शेयर किया था जिसमें Gemini बोल रहा है, "मैं छोड़ रहा हूं। मैं इस समस्या को हल करने में सक्षम नहीं हूं। मैं मूर्ख हूं। मैंने गलतियां की हैं अब मुझ पर भरोसा नहीं किया जा सकता है और मैं पूरे प्रोजेक्ट को डिलीट कर रहा हूं और आपको सलाह दे रहा हूं कि आप किसी अधिक सक्षम को ढूंढे।"
एक महीन के बाद एक अन्य यूजर ने रिपोर्ट किया कि चैटबॉट लूप में फंस गया है और अपने बारे में और भी कठोर टिप्पणियां करने लगा है।
AI में बढ़ी प्रतिस्पर्धा
यह गड़बड़ी तब सामने आई है जब AI में प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है। OpenAI ने अपने AI चैटबॉट का लेटेस्ट वर्जन GPT-5 जारी किया है, जबकि गूगल और एलन मस्क की xAI और Anthropic ने भी हाल ही में बड़े अपडेट जारी किए हैं।
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