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    अफ्रीका में फ्रेडी चक्रवात बरपा रहा कहर, बाढ़ और भूस्खलन के कारण 44 लोगों की मौत

    By AgencyEdited By: Ashisha Singh Rajput
    Updated: Mon, 13 Mar 2023 09:16 PM (IST)

    पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मलावी में हुई मौतों में एक ही परिवार के पांच सदस्य भी शामिल हैं। इस आपदा में तीन साल के बच्चे के भी मरने के समाचार हैं उसके माता-पिता लापता हैं। (जागरण - फोटो)

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    यह अब तक का सबसे लंबा दर्ज किया गया उष्णकटिबंधीय चक्रवात है।

    मलावी, एपी। अफ्रीका के दक्षिणी हिस्से में फ्रेडी चक्रवात भयंकर कहर बरपा रहा है। शनिवार रात से चल रहे इस चक्रवात में मलावी और मोजांबिक में कई घर तबाह हो चुके हैं, जगह-जगह पर भूस्खलन हो रही है। वहीं, नदियां अपने किनारे तोड़कर बेतहाशा बाढ़ लाते हुए आगे बढ़ रही हैं। इस आपदा में 44 लोग जान गंवा चुके हैं। इनमें से मलावी के व्यावसायिक गतिविधियों के केंद्र ब्लांटायर शहर में 39 लोग मारे गए हैं, जबकि कई घायल या लापता हैं।

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    वहीं मोजांबिक में 5 लोग मारे गए हैं। ऐसी आशंका है कि मरने वालों की संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती हैं क्योंकि पुलिस अभी अलग-अलग जगहों से आंकड़ें संकलित कर रही है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मलावी में हुई मौतों में एक ही परिवार के पांच सदस्य भी शामिल हैं। इस आपदा में तीन साल के बच्चे के भी मरने के समाचार हैं, उसके माता-पिता लापता हैं।

    पूरे अमेरिका के तूफानों से भंयकर फ्रेडी चक्रवात

    चक्रवात किस हद तक भंयकर है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अमेरिका के साल भर के तूफानों में जितनी ताकत होती है, उससे अधिक ताकत इस अकेले चक्रवात में है। फ्रेडी चक्रवात की शुरुआत फरवरी में ऑस्ट्रेलिया से हुई, फिर यह पूरे दक्षिणी हिंद महासागर को पार करके यहां पहुंचा। यह अब तक का सबसे लंबा दर्ज किया गया उष्णकटिबंधीय चक्रवात है। अब पता किया जा रहा है कि क्या इसने 1994 में 31 दिन चले जॉन तूफान का रिकार्ड तोड़ दिया है।

    अगले दो दिन बारिश से तबाही के आसार

    फ्रेडी से दोनों देशों में भंयकर नुकसान हुए है। इससे प्रभावित इलाकों में अभी भी दूरसंचार और बिजली जैसी सेवाएं ठप हैं। इससे बचाव और अन्य मानवीय प्रयास बाधित हो रहे हैं। इतना ही नहीं मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि इन इलाकों में अगले 48 घंटों में भयंकर बारिश जारी रहेगी। आपदा से ज्यादातर नुकसान कानून द्वारा निषिद्ध पर्वतीय क्षेत्रों में या नदियों के आसपास बनाए घरों में हुआ है। मलावी की सरकार ने आपदा प्रभावित 10 जिलों में स्कूल बंद कर दिए हैं। ऐसी उम्मीद है कि बुधवार तक यह चक्रवात कमज़ोर पड़ जाएगा और वापस समुद्र की तरफ लौट जाएगा।