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    होने वाला है तीसरा विश्व युद्ध? यूरोपीय संघ ने 45 करोड़ आबादी से आवश्यक वस्तुओं का भंडारण करने को कहा

    Updated: Fri, 28 Mar 2025 12:24 AM (IST)

    यूरोपीय आयोग ने कहा है कि यूरोपीय संघ ने अपने नागरिकों से आग्रह किया है कि यदि संकट आता है तो वे कम से कम 72 घंटों तक जीवित रहने के लिए पर्याप्त खाद्यान्न और अन्य आवश्यक वस्तुओं का भंडारण करें। नाटो के महासचिव मार्क रूट ने चेतावनी देते हुए कहा कि रूस 2030 तक यूरोप में हमले कर सकता है जिसको लेकर हमें तैयार रहना होगा।

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    यूरोपीय संघ ने 45 करोड़ आबादी से आवश्यक वस्तुओं का भंडारण करने को कहा (सांकतिक तस्वीर)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली पहले इजरायल और हमास के बीच युद्ध शुरू हुआ इसके बाद रूस और यूक्रेन के बीच शुरू हुए युद्ध ने दुनियाभर में तीसरे विश्व युद्ध को आशंका पैदा कर दी है। यूरोपीय आयोग ने कहा है कि यूरोपीय संघ ने अपने नागरिकों से आग्रह किया है कि यदि संकट आता है तो वे कम से कम 72 घंटों तक जीवित रहने के लिए पर्याप्त खाद्यान्न और अन्य आवश्यक वस्तुओं का भंडारण करें।

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    रूस 2030 तक यूरोप में हमले कर सकता है

    पॉलिटिको की रिपोर्ट के अनुसार, ईयू की तरफ से जारी दस्तावेज में कहा गया है कि युद्ध में साइबर हमले और घातक बीमारियों से लेकर जलवायु परिवर्तन एक चिंता का विषय है। नाटो के महासचिव मार्क रूट ने चेतावनी देते हुए कहा कि रूस 2030 तक यूरोप में हमले कर सकता है, जिसको लेकर हमें तैयार रहना होगा।

    वहीं मार्क रूट की चेतावनी के बाद यूरोपीय देशों में हड़कंप मच गया है। वहीं रिपोर्ट के मुताबिक, नाटो देश युद्ध की आशंका को लेकर तैयारियों में जुट गए हैं। नाटो देशों में फ्रांस, जर्मनी और पोलैंड जैसे देश शामिल हैं।

    युद्ध के खतरे के बीच यूरोपीय संघ ने दी चेतावनी

    युद्ध के खतरे के बीच यूरोपीय संघ का नया मार्गदर्शन यूरोपीय संघ ने अपने 27 सदस्य देशों के नागरिकों से संभावित सैन्य संघर्ष की बढ़ती चिंताओं के बीच तीन दिवसीय उत्तरजीविता किट तैयार करने की अपील की है। यूरोप को सैन्य आक्रमण के खिलाफ खुद का बचाव करने के लिए सभी साधन जुटाने चाहिए।

    रक्षा के बिना शांति एक भ्रम है

    यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष एंटोनियो कोस्टा ने मंगलवार को कहा, उन्होंने कहा कि रक्षा के बिना शांति एक भ्रम है। ब्रुसेल्स में यूरोपीय नीति केंद्र के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि अगर रूस का मानना ​​है कि यूक्रेन की सीमाएं नक्शे पर एक रेखा मात्र हैं, तो उसे किसी अन्य देश की सीमाओं का सम्मान क्यों करना चाहिए?