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    ईयू ने रूसी संपत्ति को अनिश्चितकाल के लिए किया फ्रीज, हंगरी-स्लोवाकिया ने जताया विरोध; रूस ने दी चेतावनी

    Updated: Sat, 13 Dec 2025 07:16 AM (IST)

    यूरोपीय संघ (ईयू) ने युद्ध से यूक्रेन को हुए नुकसान की भरपाई करने की शर्त लगाते हुए शुक्रवार को रूस की 250 अरब डॉलर की जब्त की संपत्तियों को अनिश्चितक ...और पढ़ें

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    ईयू ने रूसी संपत्ति को अनिश्चितकाल के लिए किया फ्रीज (सांकेतिक तस्वीर)

    एपी, ब्रसेल्स। यूरोपीय संघ (ईयू) ने युद्ध से यूक्रेन को हुए नुकसान की भरपाई करने की शर्त लगाते हुए शुक्रवार को रूस की 250 अरब डॉलर की जब्त की संपत्तियों को अनिश्चितकाल के लिए फ्रीज (स्थिर) कर दिया। अब ये संपत्तियां जस की तस दशा में रहेंगी। 27 देशों वाले समूह के इस निर्णय को हंगरी और स्लोवाकिया रोक नहीं पाए जबकि दोनों ही रूस के मित्र हैं।

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    उन्होंने इस संकल्प पत्र को स्वीकार किए जाने से पहले उस पर विरोध जताया था लेकिन 25 देशों ने उसे बहुमत के आधार पर स्वीकार कर लिया। इससे पहले ईयू की इस कवायद पर रूसी सेंट्रल बैंक ने मॉस्को आर्बिट्रेशन कोर्ट में मुकदमा दायर करने की चेतावनी दी है।

    संपत्ति को गैरकानूनी तरीके से हड़पने की साजिश रची जा रही है-रूस

    कहा है कि उसकी संपत्ति को गैरकानूनी तरीके से हड़पने की साजिश रची जा रही है। अगर इसके लिए कोशिश नहीं रुकी तो वह कोर्ट में बेल्जियम के खिलाफ याचिका दायर करेगा।

    ईयू ने रूस के समक्ष शर्त रखी है कि वह अपने हमलों से यूक्रेन को हुए नुकसान की भरपाई करे अन्यथा उसकी जब्त संपत्ति से यूक्रेन को सहायता दी जाएगी। लेकिन हंगरी और स्लोवाकिया ने यूक्रेन को इस तरह से सहायता देने का विरोध किया।

    दोनों देशों ने कहा है कि 27 देशों वाला ईयू अगर इस रास्ते पर आगे बढ़ेगा तो उसमें फूट पैदा होने का खतरा पैदा हो जाएगा। इन रूसी संपत्तियों को यूरोपीय देशों ने यूक्रेन पर रूस के हमले के विरोध में जब्त किया था।

    इस समय बेल्जियम की संस्था यूरोक्लियर जब्त संपत्तियों के रखरखाव की जिम्मेदारी संभाल रही है। वैसे बेल्जियम रूसी संपत्ति को बंधक बनाए जाने या उसे बेचे जाने से जुड़े खतरों को लेकर अपनी आशंका जाहिर कर चुका है। उसने इस सिलसिले में सहयोगी बड़े देशों से सुरक्षा की गारंटी की मांग की है।

    कुपियांस्क में रूसी सैनिकों को घेरने का दावा

    यूक्रेन ने रूस के कब्जे में गए अपने कुपियांस्क शहर के कुछ हिस्से पर फिर से कब्जा करने का दावा किया है। कहा है कि वहां पर रूसी सैनिकों को घेर लिया गया है और भीषण लड़ाई चल रही है। रूसी सेना ने नवंबर में दावा किया था कि कुपियांस्क पर पूरी तरह से कब्जा हो गया है लेकिन यूक्रेन ने वहां पर लड़ाई जारी होने की बात कही थी।

    शुक्रवार को रूस ने यूक्रेन के बंदरगाह शहर ओडेसा में स्थित बिजलीघर पर हमला किया है। इस हमले से वहां पर आग लग गई है और शहर में अंधेरा छा गया है। इस हमले में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। इस बीच रूस ने यूक्रेनी सेना के छोड़े 90 ड्रोन आकाश में ही नष्ट करने की जानकारी दी है। इनमें से आठ ड्रोन हमले के लिए मास्को की ओर जा रहे थे।

    डेनमार्क की रिपोर्ट, नाटो को कमजोर कर रहे ट्रंप

    नाटो के संस्थापक सदस्य और यूरोपीय यूनियन के पुराने सदस्य देश डेनमार्क की खुफिया एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप अपने निर्णयों से गठबंधन की सैन्य शक्ति कम कर रहे हैं। इसकी जगह वह अमेरिका को आर्थिक तौर पर मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। विदित हो कि ट्रंप ने डेनमार्क के हिस्से खनिज संपन्न क्षेत्र ग्रीनलैंड पर कब्जे की इच्छा जताई है जिसका सहयोगी देश ने कड़ा विरोध किया है।

    रूस और यूक्रेन के जहाजों पर हमले

    रूस और यूक्रेन अब समुद्र में आने-जाने वाले जहाजों पर भी हमले कर रहे हैं। ओडेसा के समुद्र तट पर लंगर डाले तुर्किये की कंपनियों के स्वामित्व वाले तीन जहाजों पर रूसी नौसेना हमला कर उन्हें नुकसान पहुंचाया है जबकि यूक्रेन ने कैस्पियन सागर में रूस के दो जहाजों पर हमला किया है। यूक्रेन ने कहा है कि इन जहाजों में सैन्य सामान रूस ले जाया जा रहा था।