Earthquake Video: म्यांमार और बैंकॉक में भूकंप से तबाही, कई इमारतें हुई धराशायी; इमरजेंसी घोषित
म्यांमार में भूकंप के तेज झटके महसूस हुए। भूकंप के झटकों से लोग दहशत में आ गए और अपने घरों-दफ्तरों से बाहर निकल आए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक ये झटके इतने जबरदस्त थे कि थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी इन्हें महसूस किया गया। भूकंप में रिक्टर पैमाने का हर स्केल पिछले स्केल के मुकाबले 10 गुना ज्यादा खतरनाक होता है।

रॉयटर्स, म्यांमार। म्यांमार में खतरनाक भूकंप के झटके महसूस हुए। लोगों में भूकंप के बाद दशहत महसूस की गई। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप के झटके काफी तेज थे। झटकों से लोग दहशत में आ गए और अपने घरों-दफ्तरों से बाहर निकल आए।
ये झटके इतने जबरदस्त थे कि थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी इन्हें महसूस किया गया। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक रिएक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.7 रही।
Breaking: Video shows the moment a skyscraper under construction collapsed due to earthquake in Bangkok. pic.twitter.com/OIdxc4epKf
— PM Breaking News (@PMBreakingNews) March 28, 2025
भूकंप के तेज झटके की वजह से बैंकॉक और म्यांमार के शहरों में बड़ी-बड़ी इमारतें नाव की तरह हिलने लगी। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में लोग चीखते-चिल्लाते हुए सड़कों पर भाग रहे हैं।
बैंकॉक में बिल्डिंग गिरने की खबर
भूकंप की वजह से बैंकॉक में एक गगनचुंबी इमारत के गिरने की बात सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक जो बिल्डिंग निर्माणाधीन था, जो भूकंप के झटके को सह नहीं पाया। भूकंप के बाद बैंकॉक में 43 लोग लापता हो गए हैं, इसके बाद से वहां इमरजेंसी का एलान किया गया।
इसी तरह कई और वीडियो भूकंप के बाद के वायरल हो रहे हैं, जिसमें भूकंप के बाद के दहशत को देखा जा रहा है।
Big earthquake in Bangkok. Whole building was shaking for 3 min or so pic.twitter.com/ztizXSoGl1
— On The Rug (@On_the_Rug) March 28, 2025
भू-वैज्ञानिकों के मुताबिक भूकंप का एपिसेंटर म्यांमार के साउदर्न कोस्ट के सागाइंग के पास था। भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और जर्मनी के GFZ भूविज्ञान केंद्र ने कहा कि भूकंप 10 किलोमीटर (6.2 मील) की गहराई पर था। इसी वजह से भूकंप का तेज झटका महसूस किया गया है।
क्यों बार-बार आता है भूकंप?
धरती के अंदर सात टेक्टोनिक प्लेट्स हैं। ये प्लेट्स लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेट आपस में टकराती हैं, रगड़ती हैं। एक-दूसरे के ऊपर चढ़ती या उनसे दूर जाती हैं, तब जमीन हिलने लगती है। इसे ही भूकंप कहते हैं। भूकंप को नापने के लिए रिक्टर पैमाने का इस्तेमाल करते हैं। जिसे रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल कहते हैं।
कैसे मापी जाती भूकंप की तीव्रता?
- रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल 1 से 9 तक होती है।
- भूकंप की तीव्रता को उसके केंद्र यानी एपिसेंटर से नापा जाता है। यानी उस केंद्र से निकलने वाली ऊर्जा को इसी स्केल पर मापा जाता है।
1 यानी कम तीव्रता की ऊर्जा निकल रही है।9 यानी सबसे ज्यादा। बेहद भयावह और तबाही वाली लहर। ये दूर जाते-जाते कमजोर होती जाती हैं। अगर रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 7 दिखती है तो उसके आसपास के 40 किलोमीटर के दायरे में तेज झटका होता है।
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