पत्रकार खशोगी की हत्या के बावजूद इजरायली कंपनियों ने की सऊदी जासूसी की मदद
विरोधी आवाजों को दबाने के लिए सर्विलांस साफ्टवेयर का दुरुपयोग करने के लिए सऊदी अरब की राजशाही की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा किए जाने के बावजूद इजरायल ने गुप्त रूप से साइबर-निगरानी कंपनियों के एक समूह को वहां की सरकार के लिए काम करने की मंजूरी दी।
तेल अवीव, एजेंसी। विरोधी आवाजों को दबाने के लिए सर्विलांस साफ्टवेयर का दुरुपयोग करने के लिए सऊदी अरब की राजशाही की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा किए जाने के बावजूद इजरायल ने गुप्त रूप से साइबर-निगरानी कंपनियों के एक समूह को वहां की सरकार के लिए काम करने की मंजूरी दी। यहां तक कि सऊदी पर पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या कराने का आरोप लगा है। सरकारी अधिकारियों और अनुबंधों से जुड़े लोगों ने यह जानकारी दी।
खशोगी की हत्या के बाद एनएसओ ग्रुप ने सऊदी अरब के साथ अनुबंध को रद कर दिया था
वर्ष 2018 में खशोगी की हत्या के बाद एनएसओ ग्रुप ने सऊदी अरब के साथ अपने अनुबंध को रद कर दिया था। कंपनी पर आरोप लगा था कि उसके हैकिंग टूल्स का जघन्य अपराधों को अंजाम देने में उपयोग किया जा रहा।
इजरायल सरकार ने सऊदी अरब के साथ काम करने के लिए कंपनियों को प्रोत्साहित किया
इजरायल के एक वरिष्ठ अधिकारी और इन कंपनियों से जुड़े तीन लोगों ने कहा कि इजरायल सरकार ने एसएसओ और दो अन्य कंपनियों को सऊदी अरब के साथ काम करना जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया। यही नहीं एक और कंपनी को भी इस तरह का काम करने के लिए लाइसेंस जारी किया और मानवाधिकारों के उल्लंघन की चिंताओं का भी ध्यान नहीं रखा।
सऊदी अरब विरोधी विचारधारा वालों और राजनीतिक विरोधियों पर नजर
तब से सऊदी अरब विरोधी विचारधारा वालों और राजनीतिक विरोधियों पर नजर रखने के लिए स्पाइवेयर का इस्तेमाल जारी रखे है। अधिकारियों ने कहा कि सच्चाई यह है कि इजरायल सरकार ने सऊदी अरब के साथ सुरक्षा के मुद्दे पर काम करने के लिए कई और कंपनियों को प्रोत्साहित किया। इजरायल ही नहीं, फारस की खाड़ी के कई देश ईरान को अलग-थलग करने के लिए सऊदी अरब के साथ काम करते हैं।
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