कनाडा और अमेरिका के एयरपोर्ट पर साइबर अटैक, मिला हमास के समर्थन और ट्रंप के विरोध का मैसेज
कनाडा और अमेरिका के कई हवाई अड्डों पर हैकरों ने साइबर हमला किया। उन्होंने सार्वजनिक संबोधन प्रणालियों को हैक करके हमास के समर्थन और डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना वाले संदेश प्रसारित किए। केलोना, विक्टोरिया, हैरिसबर्ग और विंडसर हवाई अड्डों को निशाना बनाया गया। साइबर सुरक्षा केंद्र और पुलिस मामले की जांच कर रही है।

कनाडा और अमेरिका के एयरपोर्ट पर साइबर अटैक (प्रतीकात्मक तस्वीर)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हैकरों ने कनाडा और अमेरिका में कई हवाई अड्डों की सार्वजनिक संबोधन प्रणालियों को हैक कर लिया। इसके बाद हमास की प्रशंसा और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के आलोचना वाले वाले मैसेज प्रसारित किए। हैकरों ने केलोना, विक्टोरिया, हैरिसबर्ग और विंडसर हवाई अड्डों को निशाना बनाया।
दरअसल, मंगलवार को हैकरों द्वारा अमेरिका के इन चारों हवाई अड्डों के पब्लिक एड्रेस सिस्टम को हैक कर लिया। इसके बाद ब्रिटिश कोलंबिया के केलोना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक "विज्ञापन स्ट्रीमिंग सेवा" में "थोड़ी देर के लिए सेंध लगाई गई और "अनधिकृत चित्र और घोषणाएं" साझा की गई। जिसमें राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की आलोचना की गई और हमास का समर्थन किया गया।
जांच जारी...
जांच में थर्ड पार्टी सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल की बात सामने आई है। साइबर सुरक्षा केंद्र और पुलिस मामले की जांच कर रही है। आरसीएमपी ने कहा कि वह अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर इस हैक की जांच कर रही है। आरसीएमपी ने आगे कोई भी जानकारी देने से इनकार कर दिया।
पीए सिस्टम पर विदेशी भाषा और संगीत में संदेश प्रसारित
हवाई अड्डे के प्रवक्ता के अनुसार, हैकरों ने ब्रिटिश कोलंबिया के विक्टोरिया अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पीए सिस्टम पर विदेशी भाषा और संगीत में संदेश प्रसारित किए। हैकरों ने पीए सिस्टम तक पहुंचने के लिए थर्ड पार्टी के सॉफ्टवेयर का उल्लंघन किया और हवाई अड्डे ने नियंत्रण वापस पाने के लिए आंतरिक प्रणाली पर स्विच कर दिया। उन्होंने बताया कि कि अमेरिकी संघीय विमानन प्रशासन और हवाईअड्डा अधिकारी इस उल्लंघन की जांच कर रहे हैं।
हवाईअड्डा अधिकारियों के अनुसार, हैकरों ने मंगलवार शाम को ओन्टारियो के विंडसर अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उड़ान सूचना डिस्प्ले स्क्रीन और सार्वजनिक संबोधन प्रणाली में सेंध लगाई और अनधिकृत सामग्री शेयर की। हालांकि, इसके तुरंत बाद सभी प्रणालियां सामान्य हो गईं। बताया जा रहा है कि यह सेंध हवाई अड्डे द्वारा उपयोग किए जाने वाले "क्लाउड-आधारित सॉफ्टवेयर प्रदाता" में लगी थी।
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