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    अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे से कई देशों की बढ़ी चिंता, सुरक्षा परिषद की तत्काल बैठक बुलाने का आग्रह

    बर्लिन से एपी की रिपोर्ट के मुताबिक अंतर-सरकारी सैन्य गठबंधन नाटो ने कहा है कि वह अफगानिस्तान को दुनिया के बाकी हिस्सों से जोड़े रखने के लिए काबुल हवाईअड्डे पर विमानों का संचालन बनाए रखने में मदद कर रहा है।

    By Neel RajputEdited By: Updated: Sun, 15 Aug 2021 11:14 PM (IST)
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    नाटो काबुल हवाईअड्डे पर विमानों का संचालन बनाए रखने में कर रहा मदद

    काबुल, रायटर। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद पूरी दुनिया में चिंता बढ़ गई है। इस्टोनिया और नार्वे ने अफगानिस्तान मसले पर बातचीत के लिए तत्काल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने का आग्रह किया है। स्पेन समेत कई देशों ने अफगानिस्तान से अपने नागरिकों को निकालने की प्रक्रिया तेज कर दी है। रूस ने कहा है कि तालिबान ने दूतावास की रक्षा करने का वादा किया है।

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    समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक मैड्रिड में स्पेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि अभी तक स्पेनिश नागरिकों और अनुवादकों समेत अफगान कर्मचारियों को अफगानिस्तान से निकाला नहीं गया है तथा तेजी से इसकी योजना बनाई जा रही है। वहीं, रूस की सरकारी समाचार एजेंसी 'तास' ने तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रवक्ता सुहैल शाहीन के हवाले से कहा कि संगठन के 'रूस के साथ अच्छे संबंध' हैं और 'रूस तथा अन्य दूतावासों के कामकाज के लिए सुरक्षित परिस्थितियां सुनिश्चित करने की नीति है।'

    बर्लिन से एपी की रिपोर्ट के मुताबिक अंतर-सरकारी सैन्य गठबंधन नाटो ने कहा है कि वह अफगानिस्तान को दुनिया के बाकी हिस्सों से जोड़े रखने के लिए काबुल हवाईअड्डे पर विमानों का संचालन बनाए रखने में मदद कर रहा है। उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) ने एक बयान में कहा कि वह काबुल में अपनी कूटनीतिक मौजूदगी बनाए रखेगा। उसने कहा, 'हमारे सुरक्षाकर्मियों की सुरक्षा सर्वोपरि है और हम आवश्यकता अनुसार मदद करते रहेंगे।'

    राजनयिकों को निकालने के लिए जर्मनी भी भेज रहा विमान

    जर्मनी भी अपने राजनयिकों और दूतावास के अन्य कर्मचारियों को निकालने के लिए सेना के ए400एम विमान भेज रहा है। प्रत्येक विमान में 30 सैनिक भी जाएंगे। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि कर्मचारियों को निकालने की योजना रातों रात बनाई गई है। प्रवक्ता ने विस्तार से जानकारी देने से इन्कार कर दिया।

    ब्रिटेन की संसद की बैठक होगी

    ब्रिटेन की संसद की बुधवार को एक दिन के लिए बैठक बुलाई गई है। इसके लिए सांसदों को गर्मी की छुट्टियों से वापस बुलाया जा रहा है। बैठक में अफगानिस्तान में खराब होती स्थिति पर चर्चा की जाएगी। प्रधानमंत्री बोरिस जानसन ने रविवार को अपनी कैबिनेट की आपातकालीन समिति की बैठक भी बुलाई थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन अफगानिस्तान से अपने राजदूत लारी बेयरेस्टो को भी सोमवार की सुबह तक बाहर निकाल लेगा।

    कनाडा ने दूतावास के कामकाज को स्थगित किया

    कनाडा के विदेश मंत्री मार्क गार्नेउ ने कहा कि अफगानिस्तान में हालात बहुत खराब हो गए हैं। हमारे दूतावास की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा हो गया है। इसलिए दूतावास के संचालन को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है और कर्मचारियों को वापस बुला लिया गया है।