Chinese Spy Ship: चीन ने मालदीव को अपने जाल में फंसाया, भेज दिया जासूसी जहाज; भारत ने जताई चिंता
Chinese Spy Ship चीन का समुद्री अनुसंधान जहाज हिंद महासागर में लगभग एक महीना बिताने के बाद गुरुवार को मालदीव के पास पहुंच गया। इस जहाज को जासूसी जहाज बताया जा रहा है। बता दें कि चीनी अनुसंधान जहाज जियांग यांग होंग 03 उसी दिन मालदीव पहुंचा है जब भारतीय और श्रीलंकाई जहाज त्रिपक्षीय नौसैनिक अभ्यास के लिए इस द्वीपसमूह पर पहुंचे।
पीटीआई, माले। चीन का समुद्री अनुसंधान जहाज हिंद महासागर में लगभग एक महीना बिताने के बाद गुरुवार को मालदीव के पास पहुंच गया। इस जहाज को जासूसी जहाज बताया जा रहा है।
भारत, श्रीलंका और मालदीव का सैन्य अभ्यास
गौर करने वाली बात है कि चीनी अनुसंधान जहाज जियांग यांग होंग 03 उसी दिन मालदीव पहुंचा है जब भारतीय और श्रीलंकाई जहाज त्रिपक्षीय नौसैनिक अभ्यास के लिए इस द्वीपसमूह पर पहुंचे। हिंद महासागर में चीनी अनुसंधान जहाज की आवाजाही के बारे में भारत पहले ही चिंता जता चुका है।
अमेरिकी थिंक-टैंक ने क्या आरोप लगाया है?
अमेरिकी थिंक-टैंक ने आरोप लगाया है कि चीन के अनुसंधान जहाजों का बेड़ा सैन्य उद्देश्यों के लिए हिंद महासागर क्षेत्र सहित महासागरों से डाटा एकत्र कर रहा है। हालांकि बीजिंग ने आरोप से इनकार किया है।
समाचार पोर्टल एडिशन एमवी ने दुनिया भर में सभी समुद्री जहाजों पर नजर रखने वाली समुद्री यातायात वेबसाइट के हवाले से बताया कि जियांग यांग होंग 03 गुरुवार सुबह माले शहर के करीब दिखा, वहीं दोपहर में यह थिलाफुशी के पास था।
मुइज्जू की चीन यात्रा के बाद निकला था जहाज
एक समाचार पोर्टल के अनुसार चीनी अनुसंधान जहाज ने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की चीन की यात्रा समाप्त होने के बाद 14 जनवरी को यात्रा शुरू की थी। मालदीव के विशेष आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड) के पास लगभग एक महीना बिताने के बाद यह गुरुवार को माले के पास पहुंचा। दावा किया गया कि जहाज 22 जनवरी से ट्रैकिंग साइटों पर दिखाई नहीं दे रहा था।
मालदीव ने चीनी जहाज पर क्या कहा?
माना जाता है कि जब जहाज इंडोनेशिया के पास जावा सागर में था तो उसके ट्रैकिंग सिस्टम बंद कर दिए गए थे। 23 जनवरी को मालदीव सरकार ने इस अनुसंधान पोत को अनुमति दी, लेकिन मालदीव के विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह जहाज मालदीव के जल क्षेत्र में कोई शोध नहीं करेगा।
इस बीच भारत, मालदीव और श्रीलंका के तटरक्षक जहाज गुरुवार को त्रिपक्षीय संयुक्त अभ्यास 'दोस्ती-16' में शामिल हुए। इसका उद्देश्य तीनों देशों की सेनाओं के बीच सहयोग बढ़ाना है। यह अभ्यास 25 फरवरी तक चलेगा। बांग्लादेश इसमें पर्यवेक्षक के तौर पर शामिल हो रहा है। दोस्ती अभ्यास मालदीव और भारत के बीच 1991 में शुरू हुआ था। श्रीलंका ने पहली बार 2012 में अभ्यास में भाग लिया था। यह अभ्यास आखिरी बार 2021 में आयोजित किया गया था।
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