दलाई लामा से संबंधों की निंदा के लिए बौद्ध भिक्षुओं को मजबूर कर रहा चीन, 2022 से तिब्बतियों पर बना रहा दबाव
दलाई लामा ने कहा था कि वह तिब्बत के लिए अधिक स्वायत्तता चाहते हैं जिसमें तिब्बत में रहने वालों की भाषा संस्कृति और धर्म की सुरक्षा की पूर्ण गारंटी मिले। चीन ने पिछले वर्ष तिब्बतियों पर दबाव बनाने के लिए सरकार में प्रमुख पदों के लिए कार्यरत लोगों के लिए दलाई लामा से सभी संबंध तोड़ना जैसी अनिवार्य शर्त जोड़ी थी।

ल्हासा, एएनआई। चीनी अधिकारी दलाई लामा से संबंधों की निंदा करने के लिए बौद्ध भिक्षुओं और मठों पर दबाव बना रहे हैं। यह जानकारी रेडियो फ्री एशिया की रिपोर्ट में सामने आई है। चीन से निर्वासन के बाद भारत में रह रहे दलाई लामा ने छह जुलाई को अपने जन्मदिन के मौके पर घर वापसी की उम्मीद जताई थी।
चीन ने पिछले वर्ष रखी थी शर्त
दलाई लामा ने कहा था कि वह तिब्बत के लिए अधिक स्वायत्तता चाहते हैं, जिसमें तिब्बत में रहने वालों की भाषा, संस्कृति और धर्म की सुरक्षा की पूर्ण गारंटी मिले। चीन ने पिछले वर्ष तिब्बतियों पर दबाव बनाने के लिए सरकार में प्रमुख पदों के लिए कार्यरत लोगों के लिए दलाई लामा से सभी संबंध तोड़ना जैसी अनिवार्य शर्त जोड़ी थी।
चीनी अधिकारियों ने बौद्ध मठों में चलाया था जांच अभियान
गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में चीनी अधिकारियों ने बौद्ध मठों में जांच अभियान चलाया था। उन्होंने बौद्ध भिक्षुओं के आवासों की भी जांच की थी। शारत्सा मठ में रहने वाले बौद्ध भिक्षुओं पर दलाई लामा से सभी तरह के संबंध खत्म करने और उनके विरोध वाले समूह में शामिल होने के लिए दबाव बनाया गया था।

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