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    समुद्र में हुए एक हादसे की वजह से इस देश में 12 दिन से इंटरनेट ठप, दुनिया से कटा संपर्क

    By Amit SinghEdited By:
    Updated: Sat, 02 Feb 2019 03:03 PM (IST)

    एक तरफ दुनिया ने एक महीने में 120 करोड़ साल के बराबर इंटरनेट यूज कर डाला, दूसरी तरह ये देश इंटरनेट सेवाओं के लिए जूझ रहा है। लोग थोड़ी देर के इंटरनेट ...और पढ़ें

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    समुद्र में हुए एक हादसे की वजह से इस देश में 12 दिन से इंटरनेट ठप, दुनिया से कटा संपर्क

    हांगकांग। आज के डिजिटल युग में इंटरनेट के बिना एक घंटे भी गुजारने की कल्पना करना मुश्किल है। फिर चाहे वीडियो कॉल करनी हो, समाचार देखना हो, मनोरंजन करना हो, सोशल मीडिया अपडेट चाहिए, शॉपिंग करनी हो या फिर आपका बच्चा स्मार्ट क्लास में पढ़ता है, इंटरनेट के बिना कुछ भी संभव नहीं होगा। इंटरनेट हमारी जिंदगी पर किस तरह अधिग्रहण कर चुका है, इसका अंदाजा उस रिपोर्ट से लगाया जा सकता है, जिसमें बताया गया है कि पूरी दुनिया के इंटरनेट यूजर्स ने एक माह में 120 करोड़ से ज्यादा समय के बराबर इंटरनेट यूज कर लिया है।

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    इस रिपोर्ट के मुताबिक पूरी दुनिया में लोग प्रतिदिन औसतन करीब सात घंटे इंटरनेट पर बिताते हैं। ऐसे में टोंगा के लोग 12 दिन से बिना इंटरनेट के कैसे जीवन बिता रहे हैं, इसकी केवल कल्पना की जा सकती है। इंटरनेट ठप होने की वजह से यहां के लोगों का दुनिया से संपर्क कट चुका है। लोगों को थोड़ी देर जरूरी सेवाओं के लिए इंटरनेट यूज करने के लिए लंबी लाइनों में लगना पड़ रहा है।

    यहां हम बात कर रहे हैं न्यूजीलैंड के उत्तर पूर्व में 1100 मील दूर स्थित टोंगा की जो ओशियानिया महाद्वीप का एक द्वीप है। यहां के लोग 12 दिन से इंटरनेट सेवाओं के बिना रह रहे हैं। इसकी वजह समुद्र में हुआ एक हादसा है। दरअसल टोंगा में इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराने के लिए समुंद्र में बिछी फाइबर ऑप्टिकल केबल 20 जनवरी को क्षतिग्रस्त हो गई थी।

    बताया जा रहा है कि समुद्र में फाइबर ऑप्टिकल्स क्षतिग्रस्त होने की वजह एक समुद्री जहाज था। समुद्री जहाज की वजह से समुद्र के अंदर बिछाई केबल कट गई थी। बताया जा रहा है कि अभी इन केबल को दुरुस्त कर इंटरनेट सेवाएं बहाल करने में कुछ दिन का समय और लग सकता है। इसके बाद से इंटरनेट के बिना यहां की एक लाख आबादी का जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। इंटरनेट ठप होने से इस देश में न तो अंतरराष्ट्रीय कॉल बंद पड़ी हैं। लोग खरीदारी करने के लिए क्रेडिट-डेबिट कार्ड से भुगतान भी नहीं कर पा रहे हैं।

    समुंद्र के अंदर कटी इंटरनेट की फाइबर ऑप्टिकल केबल को जोड़ने की एक जटिल प्रक्रिया है। लिहाजा 12 दिन से केबल को दुरुस्त करने का प्रयास चल रहा है। टोंगा में फिलहाल स्थानीय सैटेलाइट इंटरनेट प्रोवाइडर के जरिए कुछ जरूरी सेवाओं का संचालन ही किया जा रहा है। इसके लिए पुरानी बैंडविड्थ का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे इंटरनेट की स्पीड काफी धीमी है। इस वजह से फेसबुक और यूट्यूब जैसी वेबसाइटों को प्रतिबंधित कर दिया गया है। बावजूद ये इंटरनेट आवश्यक सेवाओं को सुचारू रखने के लिए भी पर्याप्त नहीं है।

    इंटरनेट यूज के लिए लग रही लाइन
    टोंगा में इंटरनेट सेवा ठप होने के बाद आलम ये है कि यहां थोड़ी देर के लिए इंटरनेट यूज करने के लिए लोगों को लंबी लाइन में लगना पड़ रहा है। राष्ट्रीय इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर टोंगा कम्युनिकेशन कॉरपोरेशन के मुख्यालय पर इन दिनों ऐसे यूजर्स की लंबी कतारें लग रही हैं। इसमें ज्यादातर कारोबारी शामिल हैं, जो अपने ग्राहकों को इंटरनेट के जरिए जवाब दे रहे हैं।

    210 करोड़ से डाली गई थी फाइबर ऑप्टिकल्स
    टोंगा ने इंटरनेट की रफ्तार तेज करने के लिए फाइबर ऑप्टिकल्स पर तीन करोड़ डॉलर (लगभग 210 करोड़ रुपये) खर्च किए थे। वर्ष 2013 में फाइबर ऑप्टिकल्स बिछने के बाद टोंगा के लोगों को तेज इंटरनेट सेवा मिलनी शुरू हुई थी। इसके लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक, विश्व बैंक और टोंगा केबल लिमिटेड ने संयुक्त तौर पर फंडिंग की थी।