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    खुद को भगवान समझता था रोम का यह सम्राट, समुद्र के खिलाफ ही छेड़ दिया जंग; चार साल के शासन में जमकर ढाया कहर

    By Achyut KumarEdited By: Achyut Kumar
    Updated: Fri, 07 Jul 2023 04:05 PM (IST)

    यूं तो आपने कई निर्दयी राजाओं के बारे में सुना होगा लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि कोई राजा अपनी प्रजा को जानवरों के सामने मरने के लिए फेंक दे या सांसदों को अपनी कार के आगे दौड़ाए। आज हम आपको ऐसे ही एक क्रूर राजा के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे खौफ का दूसरा नाम कहा जाता था। पढ़ें यह खास रिपोर्ट...

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    खौफ का दूसरा नाम था कलिग्युला, नाम सुनकर कांपते थे लोग

    दुनिया में यूं तो कई राजा-महाराजा हुए, जो अपनी निर्दयता और क्रूरता के लिए जाने जाते हैं, लेकिन आज हम आपको जिस राजा की कहानी बताने जा रहे हैं, उसे खौफ का दूसरा नाम कहा जाता था। उसने अपने चार साल के कार्यकाल में लोगों पर इतने जुल्म और अत्याचार किए कि लोग उसके नाम से कांपते थे। वह और कोई नहीं, रोम का सम्राट कलिग्युला था, जिसका असली नाम गाइउस सीजर ऑगस्टस जर्मेनिकस था। उसने आज से करीब दो हजार साल पहले रोमन साम्राज्य पर शासन किया था।

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    सांसदों की पत्नियों-बेटियों के साथ करता था दुष्कर्म

    ऐसा कहा जाता है कि कलिग्युला के अपनी बहन के साथ भी करीबी संबंध थे। उसकी बहन का नाम ड्रसिला था। इसके अलावा, वह अपने सांसदों की पत्नियों और उनकी बेटियों तक का दुष्कर्म करता था।

    विरोधियों को आत्महत्या करने के लिए करता था मजबूर

    • रोम के सम्राट कलिग्युला के बारे में यह भी कहा जाता है कि वह अपने विरोधियों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर देता था।
    • वह सांसदों को अपने रथ के आगे दौड़ाता था। 
    • कलिग्युला कितना क्रूर शासक था, इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि वह लोगों को हिंसक जानवरों से मरवाता था, जिसमें उसे बहुत मजा आता था।
    • उसने बेतरतीब ढंग से लोगों पर हमला किया, जिससे उसके आस-पास के सभी लोगों में भयानक डर पैदा हो गया।
    • अफवाह यह भी है कि उसने मूर्तियों के सिर भी कटवा दिए थे और उनकी जगह अपने सिर रख दिए थे। 
    • कलिग्युला ने रोमन ग्लैडीएटोरियल खेलों को क्रूरता और शक्ति के प्रदर्शन में बदल दिया। कहा जाता है कि उसने मनोरंजन के लिए दर्शकों के सामने अपराधियों और दासों की बलि चढ़ाने के साथ-साथ भीड़ के एक हिस्से को जानवरों को खिला दिया था, क्योंकि उसके पास अपराधियों की कमी थी।

    कलियुग्ला ने की चार शादियां

    कलियुग्ला ने चार शादियां की थी। उसकी पत्नियों के नाम जूनिया क्लॉडिला, लिविया ओरेस्टिला, लोलिया पॉलिना और मिलोनिया कैसोनिया था। उसकी आखिरी पत्नी मिलोनिया से उसे एक बेटी पैदा हुई जिसका नाम जूलिया ड्रूसिला था।

    इस तरह कलिग्युला की हुई मौत?

    किसी भी आतंक का राज ज्यादा दिन तक नहीं चलता। ऐसा ही कलिग्युला के साथ हुआ। उसके अत्याचारों से तंग आकर अंगरक्षकों ने ही उसे पत्नी और बेटी के साथ मौत के घाट उतार दिया।

    कलिग्युला कौन था?

    कलिग्युला रोम का तीसरा सम्राट था। उसने सन 37-41 तक राज किया। उसने अपने शासनकाल के दौरान बर्बादी और नरसंहार की ऐसी उपलब्धियां हासिल कीं, जो उसके कुख्यात भतीजे नीरो से भी बेजोड़ थीं। वह रोम का पहला सम्राट था, जिसकी हत्या की गई थी।  

    खुद को भगवान समझता था कलिग्युला

    जब वह सम्राट बना तो लोगों को उससे बड़ी उम्मीदें थीं, लेकिन कुछ ही महीनों के बाद वह क्रूर और अत्याचारी हो गया। वह अपनी तुलना भगवान से करता था। वह सिरके में घुला मोती पीता था। वह कहता था, ''याद रखें मुझे किसी के साथ कुछ भी करने का अधिकार है।

    उसने तीन साल की उम्र से अपने पिता के साथ सैन्य अभियानों पर जाना शुरू कर दिया था। उसे छोटी सैनिक पोशाक दिया गया था, जिसमें छोटे जूते भी शामिल थे। इसी को देखकर सैनिक प्यार से कलिग्युला बुलाने लगे। कलिग्युला का मतलब होता है- छोटा बूट।

    कलिग्युला का जीवन परिचय

    • कलिग्युला का जन्म 12 ईंस्वी में हुआ था। उसके पिता रोमन जनरल जर्मनिकस (Roman general Germanicus)  और माता का नाम एग्रीपिना (Agrippina) था। वह अपने माता-पिता की तीसरी संतान था।
    • 17 ई. में जर्मनिकस की मौत के बाद कलिग्युला का परिवार सम्राट टिबेरियस और शक्तिशाली प्रेटोरियन गार्डमैन सेजेनस की नजरों में गिर गया, जो लोकप्रिय जनरल के बड़े बेटों को राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के रूप में देखते थे।
    • कलिग्युला की मां और भाइयों पर राजद्रोह का आरोप लगाया गया। सभी की जेल या निर्वासन में मौत हो गई। उसकी दादी एंटोनिया 31 में सेजेनस की मौत तक उसे इन साजिशों से बचाने में कामयाब रहीं।

    ( कलिग्युला के पिता जर्मेनिकस का संगमरमर का चित्र)

    • अगले साल कलिग्युला अपने चाचा टिबेरियस के साथ रहने लगा, जो खुशी-खुशी अपने भतीजे की बुरी आदतों में शामिल हो गया। उसने टिप्पणी की थी कि वह रोम की गोद में एक सांप को पाल रहा है।
    • टिबेरियस ने कलिग्युला को गोद लिया और उसे और उसके चचेरे भाई जेमेलस को साम्राज्य का समान उत्तराधिकारी बनाया।
    • जब 37 ईस्वी में सम्राट की मृत्यु हो गई तो कलिग्युला के प्रेटोरियन सहयोगी मार्को ने उसे एकमात्र सम्राट घोषित करने की व्यवस्था की।
    • एक साल बाद कलिग्युला ने मार्को और जेमेलस दोनों को मौत की सजा देने का आदेश दिया।

    कलिग्युला के नाम को इतिहास से मिटाने का प्रयास

    कहा जाता है कि कलिग्युला की मौत के बाद उसे इतिहास से भुलाने के लिए उसकी मूर्तियों को रोमन सीनेट ने नष्ट करना शुरू कर दिया, लेकिन उनका यह प्रयास असफल रहा। आज भी सबसे अधिक लेख कलियुग्ला के बारे में भी ही मिलते हैं। कलिग्युला ने अपने नाम पर जलसेतुओं, बंदरगाहों, थिएटरों और मंदिरों पर बड़ी रकम खर्च की। हालांकि, उसकी अत्यधिक वास्तुशिल्प महत्वाकांक्षाओं के कारण रोम कर्ज में डूब गया। फिर भी उसने ऑगस्टस का मंदिर, पोम्पेई का थिएटर और सिरैक्यूज के मंदिरों में दीवारों का पुनर्निर्माण कराया।

    (ऑगस्टस का मंदिर)

    समुद्र की लहरों को कोड़े मारने का दिया आदेश

    39 से 40 ईस्वी तक कलिग्युला ने राइन और इंग्लिश चैनल तक सैन्य अभियानों का नेतृत्व किया, लेकिन जब सारी लड़ाइयां हार गया तो वह पागलपन की कगार पर पहुंच गया। जीत हासिल करने के लिए उसने अपनी सेना के साथ पौराणिक समुद्री देवता नेपच्यून पर एक काल्पनिक युद्ध छेड़ दिया और उन्हें लहरों को कोड़े मारने का और 'समुद्र को लूटने' का आदेश दिया।