Cairo: आसमान में दिखा भारत और मिस्र की दोस्ती का नजारा, अभ्यास के दौरान IAF के विमान ने साथी जेट में भरा ईंधन
ब्राइट स्टार-23 अभ्यास (Exercise BRIGHT STAR-23) के दौरान भारतीय वायुसेना के विमान ने मिस्र के जेट में अभ्यास के दौरान हवा में रहकर ईंधन भरा है। दरअसल पहली बार भारतीय वायुसेना इस अभ्यास का हिस्सा बना है। इसको लेकर भारतीय वायुसेना ने पोस्ट भी शेयर किया है। गौरतलब है कि यह अभ्यास 27 अगस्त को शुरू हुआ था और 16 सितंबर को समाप्त होगा।

काहिरा, एएनआई। भारतीय वायु सेना (IAF) के IL-78 हवा से हवा में ईंधन भरने वाले विमान ने ब्राइट स्टार-23 अभ्यास के दौरान मिस्र वायु सेना के विमान में ईंधन भरा है। इस बात की जानकारी रविवार को भारतीय वायु सेना की ओर से दी गई है।
IAF ने किया पोस्ट
भारतीय वायु सेना ने सोशल मीडिया एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, "एक्सरसाइज ब्राइट स्टार के दौरान मिस्र के साथ दोस्ती का आसमान में प्रदर्शन करते हुए, भारतीय वायु सेना के आईएल -78 हवा से हवा में ईंधन भरने वाले विमान ने मिस्र वायु सेना के विमान में ईंधन भरा।"
Bonds of friendship in the skies over Egypt.
— Indian Air Force (@IAF_MCC) September 3, 2023
Snippets from the #ExerciseBrightStar, where the #IAF IL-78 AAR aircraft refuelled aircraft from the Egyptian Air Force.@EgyArmySpox@indembcairo#DiplomatsInFlightSuits pic.twitter.com/u0ZlbuXLzz
रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए उठाया गया कदम
इससे पहले, वैश्विक रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए भारतीय वायु सेना (आईएएफ) की एक टुकड़ी सोमवार को अभ्यास ब्राइट स्टार-23 (Exercise Bright Star-23)में शामिल होने के लिए मिस्र वायु सेना बेस पहुंची है। इसकी जानकारी देते हुए भारतीय वायु सेना ने अपने सोशल मीडिया एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा था, "काहिरा में मिस्र के वायु सेना अड्डे पर लैंडिंग, अगले तीन हफ्तों के लिए हमारा घर।"
पहली बार अभ्यास का हिस्सा बना भारत
रक्षा मंत्रालय ने एक प्रेस रिलीज के माध्यम से बताया था कि भारतीय वायुसेना की टुकड़ी काहिरा (पश्चिम) एयर बेस पर द्विवार्षिक बहुपक्षीय त्रि-सेवा अभ्यास में भाग लेगी। यह रविवार को शुरू हुई और 16 सितंबर को समाप्त होगी। एक्स ब्राइट स्टार-23 में यह भारतीय वायुसेना की पहली भागीदारी है, जिसमें अमेरिका, सऊदी अरब, ग्रीस और कतर की वायुसेना टुकड़ियों की भी शामिल होंगी।
भारतीय वायुसेना के कई बड़े विमान शामिल
भारतीय वायु सेना के दल में 5 मिग-29, 2 आईएल-78, दो सी-130 और दो सी-17 विमान शामिल हैं। भारतीय वायुसेना के गरुड़ विशेष बलों के कर्मियों के साथ नंबर 28, 77, 78 और 81 स्क्वाड्रन के कर्मी भी अभ्यास में शामिल होने के लिए मिस्र पहुंचे हैं। IAF परिवहन विमान भारतीय सेना के लगभग 150 कर्मियों को एयरलिफ्ट प्रदान करेगा।
सदस्यीय देशों के साथ सहयोग बढ़ाने का अवसर
भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) की भागीदारी का उद्देश्य केवल वैश्विक रक्षा सहयोग को बढ़ावा देना नहीं है, बल्कि साथ ही संयुक्त अभियानों की योजना बनाना है। रक्षा मंत्रालय की एक अन्य प्रेस रिलीज में कहा गया था कि सीमाओं से परे वायु योद्धाओं के बीच मजबूत संबंध को बढ़ावा देने के साथ ही ऐसे अभ्यास भाग लेने वाले देशों के बीच रणनीतिक संबंधों को आगे बढ़ाने का मौका भी देगा।
प्रेस रिलीज में कहा गया है कि विदेशों में इस तरह के अभ्यास में भाग लेने वाले भारतीय वायुसेना के दल फ्लाइट सूट में राजनयिकों के बराबर हैं। भारत और मिस्र के बीच काफी गहरा और मजबूत संबंध है। दोनों देश 1960 के दशक में संयुक्त रूप से एयरो-इंजन और विमान के विकास और अपने भारतीय समकक्षों द्वारा मिस्र के पायलटों को ट्रेनिंग देता है
दोनों देशों के रिश्ते हो रहे मजबूत
दोनों देशों के वायु सेना प्रमुखों और भारतीय रक्षा मंत्री और प्रधानमंत्री ने हाल ही में मिस्र का दौरा किया था, जिसने दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत बना दिए हैं। दोनों देशों ने अपने सशस्त्र बलों के बीच नियमित अभ्यास के साथ अपने संयुक्त ट्रेनिंग को भी बढ़ावा दिया है।
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