'ब्रिक्स में वैश्विक भविष्य को आकार देने की क्षमता', पीएम मोदी का BRICS शिखर सम्मेलन से दुनिया को संदेश
ब्राजील में ब्रिक्स सम्मेलन हो रहा है जिसमें भाग लेने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी रियो डी जेनेरियो पहुंचे हैं। ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा ने उनका स्वागत किया। शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी वैश्विक मुद्दों पर विचार साझा करेंगे। यह पीएम मोदी की ब्राजील की चौथी यात्रा है। इस सम्मेलन में रूस और चीन के राष्ट्रपति भाग नहीं लेंगे।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ब्राजील में 6-7 जुलाई को ब्रिक्स सम्मेलन हो रहा है। 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए पीएम नरेंद्र मोदी भी रियो डी जेनेरियो पहुंच गए हैं। यहां पर ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा ने पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया।
बता दें कि ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी वैश्विक शासन में सुधार, शांति और सुरक्षा, बहुपक्षवाद को मजबूत करने, एआई के उपयोग, जलवायु कार्रवाई, वैश्विक स्वास्थ्य और आर्थिक और वित्तीय मामलों सहित प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
पीएम मोदी पहुंचे ब्राजील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय 8 दिनों की पांच देशों की आधिकारिक दौरे पर हैं। पीएम शनिवार को अर्जेंटीना की ऐतिहासिक यात्रा पूरी करने के बाद पांच देशों की अपनी यात्रा के चौथे चरण में आज दिन में ब्राजील पहुंचे।
बता दें कि पीएम मोदी की ब्राजील की चौथी यात्रा है और दो दिवसीय शिखर सम्मेलन के बाद उनका ब्रासीलिया का राजकीय दौरा करने का कार्यक्रम है। माना जा रहा है कि पीएम मोदी इस शिखर सम्मेलन के दौरान कई द्विपक्षीय बैठकें भी कर सकते हैं। हालांकि, इसको लेकर अभी कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।
पीएम मोदी ने किया ट्वीट
ब्रिक्स शिकर सम्मेलन में शामिल होने के बाद पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। इसके साथ ही वैश्विक नेताओं के साथ तस्वीर भी साझा की। पीएम मोदी ने पोस्ट में लिखा कि ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में आयोजित शिखर सम्मेलन में ब्रिक्स के अन्य नेताओं के साथ, घनिष्ठ सहयोग और साझा विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए। ब्रिक्स में अधिक समावेशी और समतापूर्ण वैश्विक भविष्य को आकार देने की अपार क्षमता है।
ब्रिक्स सम्मेलन से पीएम मोदी का दुनिया को संदेश
17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एआई के युग में, जहां प्रौद्योगिकी हर सप्ताह अपडेट होती है, यह स्वीकार्य नहीं है कि एक वैश्विक संस्थान अस्सी वर्षों में एक बार भी अपडेट न हो। बीसवीं सदी के टाइपराइटर इक्कीसवीं सदी के सॉफ्टवेयर को नहीं चला सकते।
उन्होंने कहा कि वैश्विक दक्षिण अक्सर दोहरे मानदंडों का शिकार रहा है। चाहे विकास की बात हो, संसाधनों के वितरण की बात हो या सुरक्षा संबंधी मुद्दों की, वैश्विक दक्षिण के हितों को प्राथमिकता नहीं दी गई है। जलवायु वित्त, सतत विकास और प्रौद्योगिकी पहुंच जैसे मुद्दों पर वैश्विक दक्षिण को अक्सर नाममात्र के इशारों के अलावा कुछ नहीं मिला है।
'21वीं सदी की चुनौतियों से निपटने में वैश्विक संस्थाएं भी असमर्थ'
पीएम मोदी ने कहा कि 20वीं सदी में बनी वैश्विक संस्थाएं 21वीं सदी की चुनौतियों से निपटने में असमर्थ हैं। चाहे दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में चल रहे संघर्ष हों, महामारी हो, आर्थिक संकट हो या साइबरस्पेस में नई उभरती चुनौतियां हों, इन संस्थाओं के पास इनका कोई समाधान नहीं है।
सांस्कृतिक प्रस्तुति से पीएम का स्वागत
ब्राजील पहुंचे पीएम मोदी का भव्य तरीके से स्वागत किया गया। यहां भारतीय समुदाय ने उनका स्वागत एक विशेष सांस्कृतिक प्रस्तुति से किया, जो पाकिस्तान के विरुद्ध भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' से प्रेरित थी। समुदाय ने प्रधानमंत्री के समक्ष पेंटिंग और नृत्य प्रदर्शन के जरिये ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को प्रदर्शित किया। (इनपुट एजेंसी के साथ)
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