बांग्लादेश: यूनुस प्रशासन अपनी नाकामी छिपाने के लिए बना रही एंटी इंडिया नैरेटिव को ढाल; 5 Points
बांग्लादेश में शेख हसीना के तख्तापलट के बाद सत्ता संभालने वाले मोहम्मद यूनुस अब अपनों के ही निशाने पर हैं। बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने देश ...और पढ़ें
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भारत-बांग्लादेश संबंधों में आई भारी गिरावट
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश में शेख हसीना के तख्तापलट के बाद सत्ता संभालने वाले मोहम्मद यूनुस अब अपनों के ही निशाने पर हैं।
राजनीतिक अस्थिरता, बिगड़ी कानून-व्यवस्था, अल्पसंख्यक हिंदूओं पर हमलों के बीच मुख्य सलाहकार यूनुस की अंतरिम सरकार चौतरफा घिरती दिख रही है।
अपनों के ही निशाने पर यूनुस प्रशासन
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) ने देश में बिगड़ी कानून-व्यवस्था के लिए मोहम्मद यूनुस सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। बीएनपी के महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने कहा है कि सरकार की नाकामी के कारण इस संक्रमण काल में बांग्लादेश की कानून-व्यवस्था चरमरा गई है।
भारत-बांग्लादेश संबंधों में ऐतिहासिक गिरावट
यूनुस शासन में भारत और बांग्लादेश के संबंधों में भारी गिरावट आई है। यूनुस ने बांग्लादेश की पुरानी विदेश नीति को ताक पर रखकर भारत के साथ ऐतिहासिक संबंधों की कीमत पर पाकिस्तान से मेलजोल बढ़ाया है।
जेल से भारत-विरोधी आतंकियों की रिहाई
अगस्त 2024 में कार्यभार संभालने के तुरंत बाद यूनुस सरकार ने अल-कायदा से प्रेरित आतंकी समूह अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (ABT) के प्रमुख मुफ्ती जासिमुद्दीन रहमानी को जेल से रिहा कर दिया।
पूर्वोत्तर पर यूनुस की आपत्तिजनक टिप्पणी
यूनुस ने अपने चीन दौरे में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था, "भारत के पूर्वी हिस्से के सात राज्य (सेवन सिस्टर्स) पूरी तरह से लैंडलॉक्ड हैं। उनके पास समुद्र तक पहुंचने का कोई रास्ता नहीं है।"
कानून-व्यवस्था की घटनाओं के लिए भारत को दोष देना
कट्टरपंथी नेता शरीफ उस्मान हादी पर हमले के कुछ दिनों बाद, ढाका प्रशासन ने हमलावरों को गिरफ्तार करने के लिए भारत से मदद मांगी थी। भारत ने हमलावरों से संबंधों के आरोप को सख्ती से खारिज कर दिया।
भारत की कीमत पर पाकिस्तान से नजदीकी
पदभार संभालने के बाद से ही मोहम्मद यूनुस ने आपसी सहयोग बढ़ाने के लिए पाकिस्तान के साथ संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया है।

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