'भीड़ ने रास्ता रोक दिया...', हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की हत्या पर बांग्लादेश पुलिस की प्रतिक्रिया
बांग्लादेश में एक हिंदू युवक की हत्या पर पुलिस ने बयान जारी किया है। पुलिस के अनुसार, युवक की हत्या भीड़ द्वारा रास्ता रोकने के बाद की गई। मामले की जा ...और पढ़ें

बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या। (सोशल मीडिया)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश के मैमनसिंह में हिंदू मजदूर दीपू चंद्र दास की कट्टरपंथी भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या के मामले में पुलिस का बयान सामने आया है। बांग्लादेश पुलिस ने कहा कि उग्र भीड़ और हैवी ट्रैफिफ जाम के कारण वो समय पर घटना स्थल पर नहीं पहुंचे सके। उन्होंने यह भी कहा कि हमें मदद के लिए देरी के कॉल की गई, जिस कारण उसकी जान चली गई।
हिंदू मजदूर दीपू चंद्र दास की गुरुवार रात उन्मादी भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। दीपू के साथ काम करने वाले ने उससे बदला लेने के लिए उस पर पैगंबर के अपमान का आरोप लगाया और कट्टरपंथी भीड़ ने उसे पीटना शुरू कर दिया। भीड़ ने उसे तब तक पीटा जब तक कि उसकी जान नहीं चली गई। दीपू की मौत के बाद भीड़ उसे सड़क पर घसीटती हुई ले गई और एक पेड़ पर बांधकर उसके शरीर को आग लगा दी।
पुलिस अधीक्षक मोहम्मद फरहाद हुसैन खान ने बताया कि उन्हें रात करीब 8 बजे सहायक सब-इंस्पेक्टर ने बताया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी और भीड़ बेकाबू हो गई थी।
बांग्लादेश पुलिस ने हिंदू मजदूर दीपू चंद्र दास की हत्या के सिलसिले में 2 और लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसके साथ ही अबतक 12 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है। डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक ये गिरफ्तारियां रविवार को हुई हैं।
बत्तख की चोरी के आरोप में दो लोगों को पीटा
बांग्लादेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है। एक बत्तख चुराने के आरोप में दो लोगों को बुरी तरह पीटा गया, उनके सिर मुंडवा दिए गए और उन्हें सार्वजनिक रूप से नाचने के लिए मजबूर किया गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें दोनों व्यक्ति भीड़ से घिरे हुए दिखाई दे रहे हैं।
उनमें से एक को बत्तख पकड़ने के लिए मजबूर किया जाता है, जबकि दूसरे के गले में एक बूमबॉक्स लटका हुआ है जिस पर संगीत बज रहा है। यह घटना भीड़ द्वारा कानून को अपने हाथ में लेने का एक उदाहरण है।

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