Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बांग्लादेश में आज नवनिर्वाचित सांसद और कल मंत्री लेंगे शपथ, 300 सदस्यीय संसद में आवामी लीग 223 सीटों पर जीती

    By Agency Edited By: Amit Singh
    Updated: Wed, 10 Jan 2024 06:30 AM (IST)

    शेख हसीना का पांचवी बार बार प्रधानमंत्री बनना तय है। इसका प्रमुख कारण जातीय संसद में शपथ लेने के तुरंत बाद पार्टी की नई संसदीय समिति द्वारा पद के लिए ...और पढ़ें

    Hero Image
    शेख हसीना का पांचवी बार और लगातार चौथी बार प्रधानमंत्री बनना तय है।

    पीटीआई, ढाका। बांग्लादेश में निवनिर्वाचित सांसदों के शपथ लेने के एक दिन बाद गुरुवार को नई कैबिनेट के शपथ लेने की संभावना है। राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन गुरुवार को राष्ट्रपति भवन बंगभवन में मंत्रियों को पद की शपथ दिलाएंगे। हालांकि कैबिनेट सचिव महबूब हुसैन ने कहा कि नवनिर्वाचित सांसदों को बुधवार को जातीय संसद में शपथ दिलाई जाएगी। समारोह का संचालन संसद अध्यक्ष शिरीन शरमीन चौधरी करेंगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आवामी लीग की अध्यक्ष और प्रधानमंत्री शेख हसीना का पांचवी बार और लगातार चौथी बार प्रधानमंत्री बनना तय है। इसका प्रमुख कारण जातीय संसद में शपथ लेने के तुरंत बाद पार्टी की नई संसदीय समिति द्वारा पद के लिए उनका चुनाव करेगी। मुख्य सचेतक नूर-ए-आलम चौधरी ने कहा कि चुनाव आयोग मंगलवार को चुनाव के नतीजों को राजपत्र के रूप में प्रकाशित करेगा। राजपत्र में अधिसूचना प्रकाशित होने के तीन दिन के भीतर सदस्यों को शपथ लेनी होती है।

    प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व में सत्तारूढ़ आवामी लीग ने 223 सीटें, जातीय पार्टी ने 11 सीटें, वर्कर्स पार्टी, जातीय समाजतांत्रिक दल और बांग्लादेश कल्याण पार्टी ने एक-एक और निर्दलीय उम्मीदवारों ने 61 सीटें जीतीं। चुनाव आयोग ने दो सीटों पर परिणाम घोषित नहीं किया है। अमेरिका, ब्रिटेन-यूएन ने चुनाव की निष्पक्षता पर उठाए सवाल अमेरिका, ब्रिटेन और संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने बांग्लादेश के आम चुनाव पर सवाल उठाते हुए कहा कि चुनाव निष्पक्ष और स्वतंत्र नहीं हुए हैं।

    अमेरिका ने सोमवार को कहा कि वाशिंगटन हजारों राजनीतिक विपक्षियों की गिरफ्तारी और चुनाव के दिन अनियमितताओं की रिपोर्ट से चिंतित है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर तुर्क ने बांग्लादेश की नवनिर्वाचित सरकार से लोकतंत्र और मानवाधिकारों के प्रति देश की प्रतिबद्धता को दोबारा स्थापित करने के लिए कदम उठाने का आह्वान किया। ब्रिटेन ने भी बांग्लादेश में 12वां संसदीय चुनाव निष्पक्ष और स्वतंत्र नहीं होने का आरोप लगाया। चुनाव में सभी राजनीतिक दलों ने भाग नहीं लिया और इस कारण देश के लोगों के पास मतदान के लिए विकल्प नहीं थे।

    यह नहीं है सत्य की जीत

    शिवसेना महाराष्ट्र की शिवसेना (यूबीटी) ने मुखपत्र सामना के माध्मय से बांग्लादेश चुनाव की वैधता पर सवाल उठाते हुए कहा कि आम चुनाव के नतीजों को सच्चाई की जीत मानना बांग्लादेश के लोगों का अपमान होगा। पार्टी ने कहा कि मुख्य विपक्षी पार्टी बीएनपी समेत 15 राजनीतिक दलों ने चुनाव का बहिष्कार और 60 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान नहीं किया। ये सभी तथ्य चुनाव की वैधता पर सवाल उठाते हैं।