हांगकांग में बांस के स्कैफोल्डिंग पर लग सकती है रोक, अब तक भीषण आग से 128 लोगों की मौत
हांगकांग में बांस के स्कैफोल्डिंग (मचान) पर रोक लग सकती है। इसकी जगह धातु के स्कैफोल्डिंग का इस्तेमाल किया जा सकता है। ताई पो वांग के फुक कोर्ट परिसर में बुधवार को एक 32-मंजिला गगनचुंबी टावर से शुरू हुई आग ने तेजी से परिसर के छह दूसरे टावरों को अपनी चपेट में ले लिया था। इस अग्निकांड में 128 लोगों की मौत हो गई है।

हांगकांग में बांस के स्कैफोल्डिंग पर लग सकती है रोक (फोटो- रॉयटर)
एपी, हांगकांग। कई दशकों के सबसे भीषण अग्निकांड के बाद हांगकांग में बांस के स्कैफोल्डिंग (मचान) पर रोक लग सकती है। इसकी जगह धातु के स्कैफोल्डिंग का इस्तेमाल किया जा सकता है।
अग्निकांड में 128 लोगों की मौत हो गई है
ताई पो वांग के फुक कोर्ट परिसर में बुधवार को एक 32-मंजिला गगनचुंबी टावर से शुरू हुई आग ने तेजी से परिसर के छह दूसरे टावरों को अपनी चपेट में ले लिया था। इस अग्निकांड में 128 लोगों की मौत हो गई है।
हालांकि आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन इमारतों की मरम्मत के लिए बनाए गए बांस के मचान और सुरक्षा के लिए लगाए ग जाल ने आग को भड़काने का काम किया। एक साल से इन टावरों में नवीनीकरण का काम चल रहा था।
टावरों में जाल और बांस के मचान लगे थे
इसलिए टावरों में जाल और बांस के मचान लगे थे। हांगकांग उन कुछ बड़े शहरों में से एक है जहां इस प्रकार के मचान सामान्य हैं। बांस तेजी से बढ़ने वाला पौधा है। यह हल्का, सस्ता होता है और इसके परिवहन में भी आसान होती हैं।
इमारत के ढहने पर, इन्हें भारी धातु की पोलों की तुलना में कम खतरनाक माना जाता है, लेकिन बांस के मचान आग से सुरक्षित नहीं होते। बांस के स्कैफोल्डिंग से संबंधित दुर्घटनाओं ने 2018 से 23 लोगों की मौत हो चुकी है।
इसलिए हांगकांग के विकास सचिव ने मार्च में ही जारी सर्कुलर में उल्लेख किया था कि सरकारी इमारतों में धातु के स्कैफोल्डिंग के उपयोग को धीरे-धीरे बढ़ाने की योजना है।
प्रशासक जान ली ने कहा कि अधिकारियों ने धातु के स्कैफोल्डिंग (मचान) में बदलाव पर चर्चा करने के लिए उद्योग प्रतिनिधियों से मुलाकात की है। प्रशासन के मुख्य सचिव एरिक चान ने स्वीकार किया कि पारंपरिक बांस के स्कैफोल्डिंग आग से सुरक्षा के लिए धातु से कमतर हैं।
इस बीच शुक्रवार दोपहर को और लाशें मिलने के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 128 हो गई। सुरक्षा सचिव क्रिस टैंग ने बताया कि पीड़ितों की तलाश जारी है और संख्या अभी और बढ़ सकती है। इमारतों के जले हुए ढांचों से धुआं निकल रहा है। 11 अग्निशमन कर्मियों समेत 70 से अधिक लोग घायल हैं।
सिगरेट की वजह से हांगकांग में आग लगी?
सोशल मीडिया पर एक वायरल वीडियो में दावा किया गया कि आग संभवतः सिगरेट से लगी थी। आरटी इंडिया द्वारा पोस्ट की गई क्लिप में आरोप लगाया गया है कि चौंकाने वाला फुटेज दिखाता है कि हांगकांग के वांग फू कोर्ट में आग लगने से कुछ क्षण पहले बाहरी दीवार के पास श्रमिक धूम्रपान कर रहे थे। हालांकि दैनिक जागरण इस तरह की किसी वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
अधिकारियों ने इस दावे की पुष्टि नहीं की है तथा अभी तक आग लगने का आधिकारिक कारण भी पता नहीं चल पाया है।

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