आतंकी हमले के बाद अगले हफ्ते गन कानूनों में सुधार करेगी ऑस्ट्रेलियाई संसद
ऑस्ट्रेलियाई संसद अगले सप्ताह बंदूक कानूनों में सुधार करेगी। यह निर्णय हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद लिया गया है। सरकार का उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक् ...और पढ़ें

ऑस्ट्रेलिया में गोलीबारी।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बोंडी बीच पर हनुक्का त्योहार मना रहे यहूदियों पर आतंकी हमले के बाद ऑस्ट्रेलिया में न्यू साउथ वेल्स प्रांत के प्रीमियर क्रिस मिंस ने बुधवार को कहा कि अगले हफ्ते संसद की बैठक बुलाई जाएगी ताकि गन और विरोध-प्रदर्शनों से जुड़े कानूनों में बड़े सुधार पारित किए जा सकें। इस हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है और बढ़ते यहूदी-विरोधी व हिंसक कट्टरपंथ के डर को और बढ़ा दिया है।
लोगों में इस बात को लेकर गुस्सा है कि जब एक हमलावर की कट्टरपंथियों से जुड़ाव को लेकर जांच की गई थी तो उस तक हथियार कैसे पहुंचने दिए गए। इसके मद्देनजर न्यू साउथ वेल्स राज्य के प्रीमियर मिंस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 22 दिसंबर को संसद की बैठक फिर बुलाई जाएगी ताकि तत्काल सुधारों पर चर्चा हो सके।
इन सुधारों में एक व्यक्ति को जारी किए जा सकने वाले हथियारों की संख्या को सीमित करना और कुछ खास तरह की शाटगन तक पहुंच को मुश्किल बनाना शामिल है। राज्य सरकार आतंकी घटनाओं के बाद सड़कों पर बड़े विरोध प्रदर्शनों को मुश्किल बनाने के लिए भी कानून में सुधार पर गौर करेगी, ताकि घटना के बाद तनाव और न बढ़े।
गौरतलब है कि हमलावर पिता-पुत्र में से 50 वर्षीय साजिद अकरम को पुलिस ने मौके पर ही मार गिराया, जबकि पुलिस फायरिंग में घायल उसका 24 वर्षीय बेटा नवीद अकरम मंगलवार दोपहर कोमा से बाहर आ गया।
न्यू साउथ वेल्स के पुलिस कमिश्नर एम. लैनियन ने कहा कि पुलिस उससे औपचारिक पूछताछ करने से पहले दवा का असर होने का इंतजार कर रही है। पुलिस ने यह भी बताया कि नवीद पर 59 अपराधों का आरोप लगाया गया है, जिसमें 15 हत्या के, 40 हत्या के प्रयास के साथ लोगों को घायल करने, एक आतंकवाद का और अन्य आरोप शामिल हैं। उसे सोमवार सुबह वीडियो ¨लक के जरिये स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा।
मारे गए लोगों का अंतिम संस्कार शुरू
आतंकी हमले में मारे गए लोगों का बुधवार को अंतिम संस्कार शुरू हो गया। अंतिम संस्कार स्थल हमले की जगह से अधिक दूर नहीं है। वहां माहौल शांत, तनावपूर्ण और गंभीर था। आस-पास की सड़कों पर भारी संख्या में पुलिस मौजूद थी और अधिकारी लोगों के पहचान पत्रों की जांच कर रही थी। यहूदियों को आमतौर पर उनकी मौत के 24 घंटे के अंदर दफना दिया जाता है, लेकिन पुलिस जांच की वजह से अंतिम संस्कार में देरी हुई है।
फिलीपींस ने कहा, हमलावरों को वहां नहीं मिला प्रशिक्षण
फिलीपींस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एडुआर्डो एनो ने बुधवार को कहा कि ऐसा कोई सुबूत नहीं है जिससे यह पता चलता हो कि बोंडी बीच हमले में शामिल दोनों हमलावरों को फिलीपींस में रहते हुए किसी भी तरह का सैन्य प्रशिक्षण मिला था। एक बयान में एडुआर्डो एनो ने कहा कि सिर्फ फिलीपींस की यात्रा करना आतंकी ट्रेनिंग के आरोपों को साबित नहीं करता और उनके प्रवास की अवधि भी किसी तरह के सार्थक या व्यवस्थित प्रशिक्षण के लिए काफी नहीं थी।
उन्होंने कहा कि सरकार दोनों हमलावरों की यात्रा की जांच कर रही है और मकसद का पता लगाने के लिए आस्ट्रेलियाई अधिकारियों के साथ समन्वय कर रही है। उन्होंने दक्षिणी फिलीपींस को हिंसक कट्टरपंथ के हॉटस्पाट के तौर पर दिखाने वाली मीडिया रिपोर्ट्स को ''पुरानी'' और ''गुमराह करने वाली'' बताकर खारिज कर दिया।
(समाचार एजेंसी रॉयटर्स के इनपुट के साथ)

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