Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    राष्ट्रपति कोविंद की यात्रा से ऑस्ट्रेलिया-भारत के संबंधों को मिली गति

    By Bhupendra SinghEdited By:
    Updated: Sun, 25 Nov 2018 12:14 AM (IST)

    रामनाथ कोविंद ऑस्ट्रेलिया की चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा करने वाले भारत के पहले राष्ट्रपति बन गए हैं। ...और पढ़ें

    Hero Image
    राष्ट्रपति कोविंद की यात्रा से ऑस्ट्रेलिया-भारत के संबंधों को मिली गति

    मेलबर्न, प्रेट्र। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की हाल में समाप्त हुई आस्ट्रेलिया यात्रा से दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊर्जा मिली है। विदेश मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि राष्ट्रपति की यात्रा से दोनों देशों का रणनीतिक सहयोग और भी बेहतर हुआ।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बता दें कि दो देशों की यात्रा पर निकले कोविंद वियतनाम के बाद बुधवार को ऑस्ट्रेलिया पहुंचे थे। वह ऑस्ट्रेलिया की आधिकारिक यात्रा करने वाले भारत के पहले राष्ट्रपति बन गए हैं। अपनी चार दिवसीय यात्रा के दौरान उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के संघीय और प्रांतीय नेताओं के साथ ही कारोबारियों, छात्रों, शिक्षाविदों और भारतीय समुदाय के लोगों से बातचीत की।

    विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, राष्ट्रपति की यात्रा से दोनों देशों के संबंधों में गति आई है। ऑस्ट्रेलियाई नेतृत्व ने भी गर्मजोशी दिखाई और दोनों देशों के मजबूत होते संबंधों की सराहना की।' बता दें कि भारत द्वारा अपनाए गए उदारवाद के बाद दोनों देशों के आर्थिक रिश्ते मजबूत हुए हैं। दोनों देशों के द्विपक्षीय व्यापार में भी वृद्धि हुई है। जहां 2003-04 के बीच दोनों देश के बीच 6.54 अरब ऑस्ट्रेलियाई डॉलर ( करीब 33 हजार करोड़ रुपए ) का व्यापार हुआ था, वहीं 2015-16 के बीच यह 19.29 डॉलर ( करीब 98 हजार करोड़ रुपए ) पर पहुंच गया।

    निवेश बढ़ाने को लेकर हुए पांच समझौते

    राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कृषि, शिक्षा, निवेश तथा विज्ञान से जुड़े महत्वपूर्ण क्षेत्रों में कई समझौते हुए। राष्ट्रपति ने गुरुवार को ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री से मुलाकात की और निवेश व सहयोग बढ़ाने से संबंधित पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किए। राष्ट्रपति कोविंद को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। उन्होंने सिडनी में महात्मा गांधी की कांस्य प्रतिमा का अनावरण भी किया। राष्ट्रपति ने अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में भी दोनों देशों का सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया।