Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'खून-खराबा और नरसंहार', इजरायल-हमास हमले से बच निकलने वाला यहूदी भी सिडनी हमले में घायल

    Updated: Sun, 14 Dec 2025 06:27 PM (IST)

    सिडनी के बोंडी बीच पर हनुक्का उत्सव के दौरान हुई गोलीबारी में 11 लोगों की मौत हो गई। इस हमले में एक ऐसा युवक भी घायल हुआ, जो इजरायल में हमास के हमलों ...और पढ़ें

    Hero Image

    सिडनी हमला: इजरायल-हमास हमले से बचा शख्स भी घायल (फोटो- रॉयटर्स)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में रविवार को हनुक्का उत्सव के दौरान हुए गोलीबारी में 11 लोगों की मौत हो गई और कम से कम 29 लोग घायल हो गए। सिडनी के बोंडी बीच पर हुए इस आतंकवादी हमले में घायल हुए एक व्यक्ति ने खौफनाक मंजर बयां किया है, जो 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल में हमास के हमलों में बच निकला था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दरअसल, सिडनी में हनुक्का उत्सव के दौरान हुए गोलीबारी के दौरान घायल हुए लोगों में एक ऐसा युवक शामिल है, जो 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल में हमास के हमलों में बच गया था और वो हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में आकर बसा था।

    bondi beach (1)

    क्या बोला युवक?

    गोलीबारी में घायल युवक ने कहा कि उसने कभी कल्पना भी नहीं की थी कि ऑस्ट्रेलिया में उसे ऐसी घटना का सामना करना पड़ेगा। युवक ने बोंडी बीच पर हुई गोलीबारी को 'खून-खराबा' और 'पूर्ण नरसंहार' बताया।

    इजरायल में हमास के हमलों से बचने वाले व्यक्ति ने बताया कि मैं हुनक्का उत्सव के दौरान अपने परिवार के साथ था। जहां सैकड़ों लोग इसका आनंद ले रहे थे। बच्चे खेल रहे थे, तभी अचानक अफरा-तफरी मच गई और चारों ओर से गोलियों की आवाज सुनाई देने लगी। लोग इधर-उधर भाग रहे थे, पूरी तरह से अराजकता का माहौल था। हमें पता नहीं था कि क्या हो रहा है, गोलियां कहां से आ रही हैं।

    दो सप्ताह पहले ही आया था ऑस्ट्रेलिया

    फिलहाल उस व्यक्ति की पहचान नहीं हो पाई है। उसने बताया कि वह 13 साल तक इजरायल में रहा और 7 अक्टूबर को हुए हमलों में बच गया। उसने बताया कि वह दो सप्ताह पहले ही ऑस्ट्रेलिया आया था। वह यहूदी समुदाय के साथ काम करता है और यहूदी-विरोधी भावना की लड़ाई भी लड़ता है।

    उस व्यक्ति ने बताया कि गोलीबारी के दौरान उसकी एकमात्र चिंता अपनी पत्नी और बच्चों की थी, जो किसी तरह बच निकलने में कामयाब रहे। मैंने कम से कम एक बंदूकधारी को अंधाधुंध और हर दिशा में गोलियां चलाते देखा। मैंने बच्चों को जमीन पर गिरते देखा, मैंने बुजुर्गों को देखा, मैंने विकलांगों को देखा, यह पूरी तरह से खून-खराबा था।

    यह भी पढ़ें- Australia Firing: सिडनी में हुआ आतंकी हमला, फायरिंग में 11 की मौत; अब तक क्या-क्या हुआ?