आतंकवाद के विरुद्ध सहयोग बढ़ाएंगे भारत और आसियान देश, साइबर सुरक्षा को लेकर भी हुआ मंथन
भारत और आसियान देश आतंकवाद के विरुद्ध सहयोग बढ़ाएंगे। आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में साइबर सुरक्षा पर सहयोग बढ़ाने का भी संकल्प लिया गया है। वहीं उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ कंबोडिया के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। उन्होंने यहां के पीएम के साथ बैठक की और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।

नोम पेन्ह (कंबोडिया), पीटीआई। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के शनिवार को 19वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन को संबोधित करने के बाद भारत और आसियान देशों ने एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी स्थापित करने और आतंकवाद के खिलाफ सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया। धनखड़ अपने तीन दिवसीय दौरे पर कंबोडिया में हैं। इस वर्ष आसियान-भारत संबंधों की 30वीं वर्षगांठ है और इसे आसियान-भारत मैत्री वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है।
साइबर सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने का संकल्प
दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों के संगठन (आसियान) में 10 देश ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाइलैंड और वियतनाम शामिल हैं। इस दौरान आसियान सदस्य देशों और भारत ने दोनों के बीच नए संवाद मंच स्थापित करके साइबर सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने का संकल्प भी लिया।
पिछले 30 वर्षों में मजबूत हुए संबंध
एक संयुक्त बयान में कहा गया कि दक्षिण पूर्व एशिया और भारत के बीच गहरे सभ्यतागत संबंध हैं। समुद्री संपर्क और सांस्कृतिक आदान-प्रदान पिछले 30 वर्षों में मजबूत हुए हैं और ये आसियान-भारत संबंधों को एक मजबूत आधार प्रदान करते हैं।
उपराष्ट्रपति ने कंबोडिया के प्रधानमंत्री से की कई मुद्दों पर चर्चा
सम्मेलन को संबोधित करने से पहले उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन सेन के साथ मानव संसाधन, बारूदी सुरंगों को हटाने और विकास परियोजनाओं जैसे कई मुद्दों समेत द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने के तौर-तरीकों पर चर्चा की।
भारत और आसियान देशों ने संयुक्त बयान में डिजिटल ट्रांसफार्मेशन, डिजिटल ट्रेड , डिजिटल स्किल और इनोवेशन में विभिन्न क्षेत्रीय कौशल निर्माण गतिविधियों के माध्यम से डिजिटल अर्थव्यवस्था में सहयोग बढ़ाने की घोषणा की। बयान में कहा गया कि हम आसियान स्मार्ट सिटीज नेटवर्क (एएससीएन) और भारत के स्मार्ट सिटी मिशन के तहत सहयोग बढ़ाने के विकल्प तलाशेंगे। इसके लिए श्रेष्ठ पद्धतियों और क्षमता निर्माण में परस्पर सहयोग करेंगे ताकि ऐसे शहरों के निर्माण में मदद मिले जो तकनीकी दृष्टि से उन्नत हो।
17वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे धनखड़
धनखड़ 13 नवंबर को 17वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इस सम्मेलन में आसियान देशों के अलावा और इसके आठ संवाद सहयोगी देश भारत, चीन, जापान, कोरिया, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका और रूस शामिल हैं। इस सम्मेलन में नेता पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन तंत्र को और मजबूत करने के तरीकों के साथ-साथ समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद और निरस्त्रीकरण सहित क्षेत्रीय व अंतरराष्ट्रीय मामलों पर चर्चा करेंगे।
इन मुद्दों पर सहयोग की घोषणा
आसियान भारत ने उन्नत सहयोग की भी घोषणा की, जिसमें समुद्री सुरक्षा, समुद्री डकैती का मुकाबला करना और जहाजों के खिलाफ सशस्त्र डकैती, समुद्री सुरक्षा, मानवीय सहायता, आपदा प्रबंधन और आपतकालीन प्रतिक्रिया और राहत शामिल हैं। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय आर्थिक अपराधों और मनी लान्ड्रिंग, साइबर क्राइम, साइबर सुरक्षा, ड्रग्स और मानव तस्करी और हथियारों की तस्करी के खिलाफ सहयोग बढ़ाने भी चर्चा की गई।
आसियान को बहुत महत्व देता है भारत
भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 19वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में एक भाषण के दौरान कहा कि भारत क्षेत्रीय, बहुपक्षीय और वैश्विक व्यवस्था के एक महत्वपूर्ण स्तंभ के रूप में आसियान को बहुत महत्व देता है। भारत हिंद-प्रशांत क्षेत्र में विकसित हो रही वास्तुकला में आसियान की केंद्रीयता का समर्थन करता है। भारत और आसियान क्षेत्र में शांति, समृद्धि और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए साझा दृष्टिकोण साझा करते हैं।
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कंबोडिया कर रहा शिखर सम्मेलन की मेजबानी
इस शिखर सम्मेलन की मेजबानी कंबोडिया द्वारा A.C.T (एड्रेसिंग, चैलेंजिंग, टुगेदर) थीम के तहत की जा रही है। इस विषय का उद्देश्य आसियान के केंद्रीय विषय के अनुसार क्षेत्रीय मुद्दों का मुकाबला करना, राज्यों के बीच समृद्धि, विकास और स्थिरता की मांग करना है। कंबोडिया ने भारत-आसियान संबंधों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पहला भारत-आसियान शिखर सम्मेलन 2002 में कंबोडिया की अध्यक्षता में हुआ था।
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