क्या युद्ध की ओर बढ़ रहे चीन-ताइवान? अमेरिका ने 23 साल में पहली बार दिए खतरनाक हथियार
चीन और ताइवान के बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने बड़ा फैसला किया है। अमेरिका ने 23 साल में पहली बार ताइवान को टैंक देने का फैसला किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने ताइवान के लिए 57.1 करोड़ डॉलर की रक्षा सहायता को भी स्वीकृति दी है। ऐसे में दोनों देशों के बीच टकराव के लेकर आशंकाएं भी गहराती जा रही हैं।
एएनआई, ताइपे। चीन से जारी तनाव के बीच ताइवान को अमेरिका से 38 एम1ए2टी अब्राम्स टैंक मिले हैं। द्वीप को 23 वर्षों में पहली बार अमेरिकी टैंक की आपूर्ति की गई है। रेडियो फ्री एशिया के अनुसार, यह खेप अगले दो वर्षों में आपूर्ति किए जाने वाले 122 टैंकों के तहत है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने शुक्रवार को ताइपे के लिए 57.1 करोड़ डॉलर की रक्षा सहायता को भी स्वीकृति दी है। अमेरिकी विदेश विभाग ने 26.5 करोड़ डालर के सैन्य उपकरण बेचे जाने की स्वीकृति दी है। एएनआई ने रेडियो फ्री एशिया के हवाले से बताया कि यह शिपमेंट अगले दो वर्षों में अपेक्षित 122 टैंकों के बड़े ऑर्डर का हिस्सा है। जबकि M1A2T को वैश्विक स्तर पर सबसे उन्नत मुख्य युद्धक टैंकों में से एक माना जाता है।
एडवांस्ड टैंकों में से एक
एम1ए2टी टैंक को विश्व के अत्यंत उन्नत मुख्य बैटल टैंकों में से एक माना जाता है, लेकिन कुछ विशेषज्ञों ने ताइवान के पर्वतीय क्षेत्र और सघन शहरी क्षेत्रों में इनकी उपयुक्तता को लेकर चिंता जताई है। इसके बावजूद बीजिंग से जारी तनाव को देखते हुए इन टैंकों को ताइवान की रक्षा क्षमता में वृद्धि माना जा रहा है।
एम1ए2टी अब्राम्स जनरल डायनामिक्स द्वारा निर्मित एम1 अब्राम्स के उन्नत संस्करण हैं। 120 एमएम स्मूथबोर गन से लैस ये टैंक 850 एमएम मोटे कवच को भेदने में सक्षम हैं। इनकी जबरदस्त मारक क्षमता, उन्नत कवच और गति ताइवान की सेना को शक्ति प्रदान करेंगे।
30 साल से ज्यादा पुराने हैं ताइवान के टैंक
ताइवान के मौजूदा M60A3 और CM11 टैंकों के बेड़े की तुलना में - जो दोनों 30 साल से ज़्यादा पुराने हैं - M1A2T एक महत्वपूर्ण तकनीकी छलांग है। इसके अलावा, अब्राम में हंटर-किलर क्षमता है, जो इसे एक साथ कई लक्ष्यों को ट्रैक करने और उन पर हमला करने की अनुमति देती है। इधर, ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय (एमएनडी) ने कहा कि शनिवार को सुबह 6 बजे (स्थानीय समय) तक ताइवान के आसपास नौ चीनी सैन्य विमान और पांच नौसैनिक जहाजों का संचालन करते हुए पाया गया।
एमएनडी के अनुसार पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के नौ विमानों में से छह विमान ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा को पार कर ताइवान के उत्तरी, दक्षिण-पश्चिमी और दक्षिण-पूर्वी वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (एडीआईजेड) में प्रवेश कर गए। चीन की कार्रवाई के जवाब में, ताइवान ने विमान और नौसैनिक जहाज भेजे और बीजिंग की गतिविधि पर नज़र रखने के लिए तटीय-आधारित मिसाइल सिस्टम तैनात किए हैं।
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