'बड़ी गलती' होगी अफगानिस्तान के खिलाफ कोई भी आक्रामक कार्रवाई, तालिबान ने पाकिस्तान को चेताया
अफगानिस्तान के कार्यवाहक गृह मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी ने इस्लामाबाद को चेतावनी दी कि काबुल किसी भी तरह की आक्रामकता बर्दाश्त नहीं करेगा। हक्कानी ने काबुल में ऑनलाइन पोस्ट किए गए वीडियो मेंकहा, अफगानिस्तान के लोग किसी भी विदेशी आक्रमणकारी के खिलाफ एकजुट हैं।अफगानिस्तान को नुकसान पहुंचाने वाली कोई भी आक्रामक कार्रवाई ''बड़ी गलती'' साबित होगी।

हक्कानी ने पाकिस्तान को चेताया- किसी भी तरह की आक्रामकता बर्दाश्त नहीं करेगा काबुल (फाइल फोटो)
आइएएनएस, नई दिल्ली। अफगानिस्तान के कार्यवाहक गृह मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी ने इस्लामाबाद को चेतावनी दी कि काबुल किसी भी तरह की आक्रामकता बर्दाश्त नहीं करेगा। हक्कानी ने काबुल में ऑनलाइन पोस्ट किए गए वीडियो में कहा, अफगानिस्तान के लोग किसी भी विदेशी आक्रमणकारी के खिलाफ एकजुट हैं।
आक्रामक कार्रवाई ''बड़ी गलती'' साबित होगी
अफगानिस्तान को नुकसान पहुंचाने वाली कोई भी आक्रामक कार्रवाई ''बड़ी गलती'' साबित होगी। हक्कानी ने कहा, हम किसी के साथ टकराव नहीं चाहते। हालांकि आक्रमण करने वाले को यह जान लेना चाहिए कि हमारे लिए अपनी रक्षा करना मुश्किल नहीं है। हमारे पास लंबी दूरी की मिसाइलें या उन्नत हथियार नहीं हैं, फिर भी हमारा संकल्प अटल है। हम किसी भी परिस्थिति पर विजय प्राप्त कर सकते हैं।
अफगानिस्तान और पाकिस्तान ने फिर शुरू की शांति वार्ता
अफगानिस्तान और पाकिस्तान ने इस्तांबुल में शांति वार्ता फिर शुरू कर दी है। सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। एक दिन पहले ही इस्लामाबाद ने कहा था कि वार्ता विफल हो गई है।
सूत्रों ने कहा कि दोनों देशों ने मध्यस्थों तुर्किये और कतर के अनुरोध पर वार्ता पुन: शुरू की है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सीमा पर झड़पें न हों। झड़पें उस समय शुरू हुईं जब पाकिस्तान ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल सहित अन्य स्थानों पर, पाकिस्तानी तालिबान के प्रमुख को निशाना बनाकर हवाई हमले किए थे।
दूसरे दौर की वार्ता में कोई सहमति नहीं बन सकी
अफगान तालिबान प्रशासन ने सीमा पर स्थित पाकिस्तानी सैन्य चौकियों पर हमले करके जवाब दिया। दोनों देश 19 अक्टूबर को दोहा में संघर्ष विराम पर सहमत हुए थे, लेकिन इस्तांबुल में तुर्किये और कतर की मध्यस्थता में हुई दूसरे दौर की वार्ता में कोई सहमति नहीं बन सकी थी।
अफगान तालिबान प्रतिनिधिमंडल के करीबी सूत्र ने कहा, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच अधिकांश मुद्दे शांतिपूर्ण ढंग से सुलझा लिए गए हैं। पाकिस्तान की कुछ मांगों पर सहमति बनना मुश्किल है, इसलिए उन्हें पूरा करने के लिए कुछ अतिरिक्त समय की आवश्यकता है।
इस बीच प्रेट्र के अनुसार पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने गुरुवार को कहा कि उनका देश सभी पड़ोसियों के साथ शांति चाहता है। मुनीर ने यह टिप्पणी पेशावर में आदिवासी बुजुर्गों की जिरगा (परिषद) के साथ संवाद सत्र के दौरान की।
टीटीपी का उप प्रमुख मारा गया
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के उप प्रमुख कमांडर अमजद सहित चार आतंकी मारे गए हैं। पाकिस्तान की सेना ने गुरुवार को बताया कि आतंकी बुधवार रात खैबर पख्तूनख्वा में पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा के जरिये घुसपैठ करने का प्रयास कर रहे थे तभी सुरक्षा बलों ने आतंकियों को मार गिराया।
सेना की मीडिया शाखा इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आइएसपीआर) द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि सैनिकों ने आतंकियों की घुसपैठ की कोशिश को विफल कर दिया। प्रतिबंधित आतंकी समूह के रहबारी शूरा का प्रमुख अमजद वांछित था।
टीटीपी कमांडर पर 50 लाख पाकिस्तानी रुपये का इनाम था
टीटीपी कमांडर पर 50 लाख पाकिस्तानी रुपये का इनाम था। टीटीपी, जिसे पाकिस्तान तालिबान के नाम से भी जाना जाता है, की स्थापना 2007 में कई आतंकी संगठनों के समूह के रूप में की गई थी। अल-कायदा के करीबी माने जाने वाले इस समूह को पाकिस्तान में कई हमलों के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।

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