France: चिडो चक्रवात से हजारों की मौत की संभावना, भुखमरी-बीमारी-अराजकता का बढ़ा खतरा
चौथी श्रेणी के चक्रवात चिडो ने अफ्रीका पहुंचने से पहले हिंद महासागर द्वीपसमूह के बड़े हिस्से को तबाह कर दिया जो फ्रांस का सबसे गरीब विदेशी क्षेत्र है। मैयट में 220 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार वाली बेहद तेज हवाओं के साथ सदी के सबसे भयानक चक्रवात से हजारों लोगों की मौत की संभावना है। फ्रांसीसी अधिकारियों ने कहा कि मैयट पर चक्रवात का सबसे बुरा असर देखने को मिला है।

रॉयटर, पेरिस। चौथी श्रेणी के चक्रवात चिडो ने अफ्रीका पहुंचने से पहले हिंद महासागर द्वीपसमूह के बड़े हिस्से को तबाह कर दिया, जो फ्रांस का सबसे गरीब विदेशी क्षेत्र है। मैयट में 220 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार वाली बेहद तेज हवाओं के साथ सदी के सबसे भयानक चक्रवात से हजारों लोगों की मौत की संभावना है।
फ्रांसीसी अधिकारियों ने कहा कि मैयट पर चक्रवात का सबसे बुरा असर देखने को मिला है। सरकार अब भुखमरी, बीमारी और अराजकता को रोकने के लिए संघर्ष कर रही है।
घायलों की बड़ी संख्या देखने को नहीं मिल रही
वहीं, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रों ने मदद पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया है। मैयट द्वीप के इकलौते अस्पताल की दंत चिकित्सक नौएल्ले बौब्बास ने बताया कि अस्पताल के आपातकालीन विभाग में घायलों की बड़ी संख्या देखने को नहीं मिल रही है। इससे ज्यादा बड़े खतरे का आभास हो रहा है।
हकीकत यह है कि हमें चक्रवात में घायल हुए लोग नहीं दिख रहे हैं। जब हर चीज तबाह हो गई है तो हमें लगता है कि सभी लोग या तो नीचे दबे हुए हैं या मर गए हैं। हमें लगता है कि अगर इनकी संख्या हजारों या दसियों हजार हो, तो हैरानी वाली बात नहीं। कहीं पर कुछ भी बचा ही नहीं है। हालांकि, आधिकारिक रूप से मंगलवार सुबह तक केवल 22 लोगों की मृत्यु की घोषणा की गई थी।
200 स्वयंसेवियों समेत करीब एक लाख लोग लापता
वहीं, रेड क्रास ने कहा कि इसके 200 स्वयंसेवियों समेत करीब एक लाख लोग लापता हैं। यहां के अधिकांश इलाके तक संपर्क कट चुका है और मौतों की आधिकारिक घोषणा करने में कई दिन का समय लग सकता है।
मैयट की करीब 3.21 लाख आबादी में से तीन चौथाई लोग गरीबी में रहते हैं और एक तिहाई बिना दस्तावेज वाले प्रवासी हैं। चक्रवात से हुई तबाही को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संदेश के जवाब में मैक्रों ने लिखा कि आपके विचार और सहायता के लिए नरेन्द्र मोदी जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

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