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    HMPV के बाद आया नया वायरस Marburg, तंजानिया में 8 लोगों की मौत, WHO ने जारी की चेतावनी

    Marburg Virus Corona ने पहले दुनिया में तबाही मचाई। इसके बाद अब नए वायरस HMPV की चर्चा कम हुई नहीं कि एक और वायरस Marburg ने दस्तक दे दी है। इस वायरस के प्रकोप से रवांडा और तंजानिया जैसे अफ्रीकी देशों में लोगों की जानें जा रही हैं। अकेले तंजानिया में 8 लोगों की मौत का मामला सामने आया है। इस पर विश्व स्वास्थ्य संगठन भी गंभीर हो गया है।

    By Jagran News Edited By: Deepak Vyas Updated: Tue, 21 Jan 2025 08:22 PM (IST)
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    मार्कबर्ग वायरस से अफ्रीकी देशों में लोगों की हो रही मौतें। फोटो: जागरण

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुनिया में एक और वायरस ने लोगों की जान लेना शुरू कर दिया है। Corona और HMPV के बाद इस वायरस के कारण अफ्रीकी देशों में कई लोगों की मौतें हुई हैं। अकेले तंजानिया में 8 लोगों की मौत हो गई। इस नए वायरस से विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO भी सतर्क हो गया है।

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    चीन से निकले HMPV वायरस की चर्चा अभी चल ही रही है। इसी बीच मार्कबर्ग वायरस भी आ गया है। इस वायरस से तंजानिया में 8 लोगों की मौत का मामला सामने आया है। यह वायरस अफ्रीका के ही रवांडा में 15 लोगों को मौत की नींद सुला चुका है।

    समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के अनुसार नए वायरस मार्कबर्ग से हो रहीं मौतों पर विश्व स्वास्थ्य संगठन भी गंभीर हो गया है। WHO ने कहा कि उत्तरी तंजानिया में संदिग्ध मारबर्ग वायरस के कारण 8 लोगों की मौत हो गई है।

    WHO के प्रमुख टेड्रोस अधेनम घेब्रेयेसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने बताया 

    'हमें तंजानिया में मारबर्ग नाम के वायरस से संक्रमित 9 मामलों का पता लगा है। इनमें से 8 लोगों की मौत हो चुकी है।'

    WHO के अनुसार इबोला की तरह मारबर्ग वायरस फलों, चमगादड़ों से उत्पन्न होता है और संक्रमित व्यक्तियों के शारीरिक तरल पदार्थ या दूषित चादर जैसी सतहों के निकट संपर्क के माध्यम से अन्य लोगों के बीच फैलता है।

    करीब 90 फीसदी लोगों के लिए Marburg खतरनाक

    डब्ल्यूएचओ का कहना है कि 88 फीसदी से अधिक लोगों के लिए Marburg वायरस खतरनाक है। यदि समय पर इलाज नहीं कराया गया तो इस वायरस के संक्रमण से 88 प्रतिशत के करीब लोगों को यह परेशान कर सकता है और उनके लिए खतरनाक हो सकता है।

    क्या हैं वायरस के लक्षण

    इस वायरस में ज्यादा ब्लड बहने यानी रक्त हानि से मौत होना शामिल है। ध्यान देने वाली बात यह है कि मारबर्ग वायरस के लिए कोई आधिकारिक वैक्सीन अभी नहीं है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि तंजानिया में इस वायरस के प्रकोप पर राष्ट्रीय और प्रांत स्तर पर मूल्यांकन भी उतना नहीं हो पा रहा है। उधर, तंजानिया के स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

    इस अफ्रीकी देश में मिला Marburg का पहला मामला

    अफ्रीकी देश रवांडा में 27 सितंबर को Marburg वायरस का पहला मामला रिपोर्ट में आया था। इसकी घोषणा पिछले महीने यानी 20 दिसंबर को की गई। रवांडा के अधिकारियों ने बताया कि Marburg के 66 मामले सामने आए और 15 मौतें हुई हैं। इनमें ज्यादातर वे थे, जिन्होंने मरीजों की देखभाल की। रवांडा के साथ सीमा साझा करने वाले कागेरा में 2023 में मारबर्ग से 5 लोगों की मौत हुई।