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झूठी निकली फ्रांस द्वारा पूर्व आइएसआइ प्रमुख की बहन समेत 183 पाकिस्तानियों के वीजा रद करने की खबर

पाकिस्तान के सिविल सेवा अधिकारी दनियाल गिलानी ने 2 नवंबर को अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर बताया कि Consulate General Of Pakistan France (PakConsulateFr) एक फर्जी अकाउंट है। इस अकाउंट का पाकिस्‍तान सरकार से कोई संबंध नहीं है।

By Ayushi TyagiEdited By: Updated: Sun, 01 Nov 2020 09:14 AM (IST)
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पाकिस्तान के महावाणिज्य दूतावास ने फ्रांस के अधिकारियों से किया अनुरोध।

नई दिल्‍ली, जेएनएन। न्‍यूज एजेंसी एएनआई और सोशल मीडिया पर यह दावा किया गया कि फ्रांस ने मुस्लिम देशों के बीच टकराव काफी बढ़ गया है। फ्रांस सरकार ने अपने यहां रह रहे 183 पाकिस्‍तानियों का वीजा रद कर दिया है। इन 183 लोगों में पाकिस्‍तान खुफिया एजेंसी आइएसआइ के पूर्व प्रमुख की बहन शुजा पाशा भी हैं। साथ ही यह भी दावा किया गया कि इन पाकिस्‍तानियों के पास वैध दस्‍तावेज नहीं थे, इसलिए 118 को स्‍वदेश भी लौटा दिया गया है। हालांकि, ये फेक खबर थी। फ्रांस सरकार ने अपने यहां रह रहे किसी भी पाकिस्‍तानी को देश से नहीं निकाला है। दरअसल, ये पूरी खबर एक फेक ट्विटर अकाउंट Consulate General of Pakistan France के आधार पर लिखी गई थी।

पाकिस्तान के सिविल सेवा अधिकारी दनियाल गिलानी ने 2 नवंबर को अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर बताया कि Consulate General Of Pakistan France (@PakConsulateFr) एक फर्जी अकाउंट है। इस अकाउंट का पाकिस्‍तान सरकार से कोई संबंध नहीं है। इसके बाद उन्‍होंने बताया कि असली ट्विटर हैंडल का यूजर नेम @PakinFrance है। इसके बाद पूरी स्थिति साफ हो पाई। 

अब सह साफ है कि फ्रांस द्वारा 183 पाकिस्तानियों का वीजा रद किए जाने का दावा फर्जी ट्विटर हैंडल से किया गया। पाकिस्‍तान सरकार भी इसकी तस्‍दीक कर चुकी है। हालांकि, न्‍यूज एजेंसी एएनआई ने इस खबर को अभी तक वापस नहीं लिया है। उधर फ्रांस सरकार की ओर से भी इस खबर को लेकर कोई सफाई या आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया।

Disclaimer :- ये खबर पहले न्‍यूज एजेंसी एएनआई ने इस हेडलाइन- 183 Pakistanis living illegally in France, including Ex ISI chief Shuja Pasha's close relative से दी थी। सही तथ्‍य सामने आने के बाद खबर में सुधार कर दिया गया।