इजरायल की संसद में ट्रंप के खिलाफ नारेबाजी, सांसदों को खींचकर बाहर ले गए सुरक्षाकर्मी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इजरायल यात्रा के दौरान उनका भव्य स्वागत हुआ। नेतन्याहू ने उन्हें शांति का नोबेल पुरस्कार देने की वकालत की। हालांकि, ट्रंप के भाषण के दौरान दो सांसदों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसके कारण उन्हें अपना संबोधन रोकना पड़ा। सुरक्षाकर्मियों ने विरोध करने वाले सांसदों को बाहर निकाल दिया, जिस पर ट्रंप ने चुटकी भी ली। ट्रंप ने गाजा बंधक समझौते में अरब देशों की भूमिका की सराहना की।

ट्रंप को अपना संबोधन थोड़ी देर के लिए रोकना पड़ा (फोटो: रॉयटर्स)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप इजरायल पहुंच चुके हैं। यहां उनका शानदार स्वागत हुआ। इसके बाद ट्रंप सीधा इजरायल की संसद नेसेट के लिए रवाना हुए और वहीं पहुंचकर हमास की कैद से आजाद होने वाले बंधकों के परिवार से मुलाकात की। इस दौरान संसद में बोलते हुए नेतन्याहू ने ट्रंप की तारीफ की और उन्हें शांति का नोबेल देने की एक बार फिर वकालत की।
हालांकि ट्रंप की नीतियों से इजरायल में हर कोई खुश हो, ऐसा नहीं है। इजरायल की संसद में ही जब ट्रंप ने अपना भाषण शुरू किया, तो नेसेट के दो सदस्यों ने ट्रंप का विरोध करना शुरू कर दिया। उन्होंने ट्रंप के विरोध में एक तख्ती भी दिखाई। इस व्यवधान के कारण ट्रंप को अपना संबोधन थोड़ी देर के लिए रोकना पड़ा।
ट्रंप को रोकना पड़ा अपना संबोधन
नेसेट में ट्रंप का विरोध करने वाले दोनों सदस्यों आयमन ओदेह और ओफर कैसिफ को सुरक्षाकर्मियों ने संसद परिसर से बाहर निकाल दिया और उनसे तख्ती भी छीन ली। जब यह पूरा घटनाक्रम हो रहा था, तब ट्रंप पोडियम पर खड़े होकर ये सब देख रहे थे।
सुरक्षाकर्मी तेजी से आगे बढ़े और दोनों सदस्यों को बाहर निकाल दिया। इसके बाद नेसेट के अध्यक्ष ने कहा- 'इसके लिए क्षमा करें मिस्टर प्रेसिडेंट...।' इस पर चुटकी लेते हुए ट्रंप ने कहा, 'यह तो काफी प्रभावी था।' ट्रंप नेसेट सुरक्षाकर्मियों द्वारा दोनों सदस्यों को प्रभावी तरीके से हटाने की ओर संकेत कर रहे थे।
ट्रंप की टिप्पणी के बाद इजरायली सांसदों ने जोर-जोर से तालियां बजाई और ट्रंप के समर्थन में नारेबाजी की। ट्रंप ने गाजा बंधक समझौते में अहम रोल निभाने के लिए अरब देशों और मुस्लिम नेताओं की तारीफ भी की।
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