काबुल,एजेंसी। अफगानिस्तान में तालिबान सरकार महिलाओं के आधिकारों को एक-एक कर कुचल रही है। अब तालिबान ने अपने हालिया फरमान में महिला छात्रों को विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा में बैठने पर प्रतिबंध लगा दिया है, जो अगले महीने होने वाली हैं। इस संबंध में उच्च शिक्षा मंत्रालय ने विश्वविद्यालयों को एक नोटिस भेजा है। जिसमें कहा गया है कि अगली सूचना तक लड़कियां परीक्षा के लिए आवेदन नहीं कर सकती हैं।

फैसले को रद्द करने का आह्वान

इससे पहले, तालिबान ने महिलाओं को गैर-सरकारी संगठनों में काम करने से रोक दिया था। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तरों पर इस फैसले को लेकर नाराजगी जताई गई थी। अफगान लड़कियों के लिए विश्वविद्यालय शिक्षा पर अनिश्चितकालीन प्रतिबंध लगाने के आदेश का एडुकेशन कैनॉट वेट (ईसीडब्लू) और संयुक्त राष्ट्र वैश्विक मानवीय संगठनों ने कड़ा विरोध किया है। उन्होंने काबुल में तालिबान अधिकारियों से आह्वान किया है कि वे अपने इस फैसले को रद्द करें।

कई संगठनों ने की फैसले की निंदा

इससे पहले, इस्लामिक सहयोग संगठन( ओआईसी) ने इस महीने की शुरुआत में तालिबान सरकार से शिक्षा व काम को लेकर महिलाओं को प्रतिबंधित करने के फैसले पर चर्चा करने के लिए मुलाकात की थी। ओआईसी सहित कई इस्लामिक देशों व संगठनों ने तालिबान के ऐसे फरमान की निंदा की है। 15 अगस्त, 2021 से अफगानिस्तान में लड़कियों को माध्यमिक विद्यालय में जाने से रोक दिया गया है। इसके अलावा महिलाओं व लड़कियों की आवाजाही की स्वतंत्रता पर भी पाबंदी है।

वहीं, अधिकांश कार्यक्षेत्रों से महिलाओं को बाहर कर दिया गया है। यहां तक कि देश में उनके पार्क, जिम और सार्वजनिक स्नान घरों का उपयोग करने पर भी प्रतिबंध है। इन पाबंदियों से तालिबान, अफगान की महिलाओं व लड़कियों को पूरी तरह घरों की चार दीवारी में बंद करना चाहता है।

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Edited By: Babli Kumari