कुर्द के कब्जे वाले शहर में घुसी सीरियाई सेना, शरणार्थियों लिए चाहती है सुरक्षित बसेरा
सीरियाई शरणार्थियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराने के क्रम में कुर्द के कब्जे वाले इलाकों में सीरियाई सेना ने हमला किया है।
दमिश्क, आइएएनएस।कुर्द के कब्जे वाले शहर में स्थित एयरबेस पर सीरियाई सेना ने हमला कर दिया। सीरिया कुर्द को हटाकर अपने देश के शरणार्थियों को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराना चाहती है। रक्का प्रांत के उत्तरी क्षेत्र ताबका में सोमवार को सीरियाई सेना के घुसपैठ की खबर है। कुर्द के कब्जे वाले क्षेत्रों में तुर्की शोषण को लेकर सीरिया की ओर से यह कार्रवाई की जा रही है। देश में संचालित न्यूज एजेंसी सना ने बताया कि सेना ने ताबका और इसके मिलिट्री एयरबेस पर हमला कर दिया।
ये सभी इलाके कुर्द की अगुवाई वाले सीरियाई डेमोक्रेटिक फोर्सेज (SDF)के नियंत्रण में थी। तुर्की सेना को रोकने के लिए रविवार को सीरियाई सरकार और कुर्दिश सेना के साथ एक डील की गई। इस डील में रूस ने मध्यस्थता की। सीरियाई सेना ने कुर्द के नियंत्रण वाले इलाकों में सेनाओं की तैनाती शुरू कर दी है। 9 अक्टूबर को तुर्की और इससे जुड़े सीरियाई विद्रोही ग्रुप ने उत्तरी सीरिया से कुर्दिश बलों को निकालने के लिए सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी है। कुर्द लड़ाकों को तुर्की चरमपंथी मानता है। अमेरिका ने रविवार को ऐलान किया था कि उत्तरी सीरिया से यह अपने बाकी बचे सैनिकों को हटा लेगा। अमेरिका की कार्रवाई ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर दूसरे देशों का ध्यान खींचा।
रविवार को कुर्द के अधिकारियों ने बताया कि विदेशी आइएस सदस्यों के करीब 800 रिश्तेदार उत्तर में स्थित एक कैंप से फरार हो गए थे। राष्ट्रपति रेसेप तैय्यप एर्दोगन तुर्की में दो मिलियन सीरियाई शरणार्थियों को बसाना चाहते हैं। उनमें से कई कुर्द नहीं हैं और आलोचकों ने चेताया है कि इससे स्थानीय कुर्द जनसंख्या का सफाया हो सकता है।
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